सीहोर जिले में टिड्डी दल का प्रवेश, किसान टिड्डी दल से बचाव एवं सर्तकता बरते
सीहोर/राहुल सुर्यवंशी इंडियामिक्स न्यूज़ टिड्डी दल राजस्थान से होते हुए मध्यप्रदेश में नीमच तथा मंदसौर जिले से होते हुए देवास के टोंकखुर्द में आगम की सूचना प्राप्त हुई है। टिड्डी दल के जिले में भी प्रकोप की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम पंचायतों के माध्यम से ग्रामों तत्काल मुआयना करवाकर ग्रामीणजनों को इस आपदा के प्रकोप से सतर्क करना आवश्यक है।
टिड्डी दल को भगाने के लिए यह आवश्यक है कि नजदीकी स्थानों से प्राप्त सूचना अनुसार पूर्व से ही ध्वनि विस्तार यंत्र जैसे- मांदल, ढोलक, डी.जे. ट्रेक्टर का सायलेंसर निकालकर आवाज करना, खाली टीन के डीब्बे, थाली इत्यादि स्थानीय स्तर पर तैयार रखे जिससे की सामूहिक प्रयास से उक्त ध्वनि विस्तारक यंत्र का उपयोग किया जाने की अपनी कि जाती है कि, जिससे की टिड्डी नीचे नहीं आकर फसल/वनस्पति पर न बैठते हुए आगे स्थान के लिये प्रस्थान कर जावे।
यदि टिड्डी दल का रात्रि विश्राम की स्थिति में/ टिड्डीयों का प्रकोप होने पर टिड्डी दल का नियंत्रण रासायनिक कीटनाशकों जैसे क्लोरोपायरीफास 20 ई.सी. दवा 1200 मि.ली. अथवा डेल्टामिथ्रिन 2.8 प्रतिशत ई.सी. 600 मि.ली. अथवा लेम्डासायलोथ्रिन 5 प्रतिशत ई.सी. दवा 400 मि.ली. प्रति हेक्टर के मान से स्प्रे करना चाहिए साथ ही पावडर रूपी दवा में क्यूनाफास 1.5 डी.पी. अथवा फैनवेलरेट 0.4 प्रतिशत डी.पी. दवा पावडर प्रति हेक्टर 25 कि.ग्रा. की दर से स्प्रे करें। सामान्यतः टिड्डी दल द्वारा दिन में भ्रमण के साथ नुकसान करते हुए हवा के बहाव की दिशा में आगे बढ़ता रहता है तथा रात्रि में 07 बजे से 11 बजे तक किसी जगह पर ठहरता है। इसके नियंत्रण के लिए रात्रि विश्राम वाले स्थान पर 12 बजे से प्रातः 06 बजे तक स्प्रे की कार्यवाही की जाती है, जिसके लिए निम्न की आवश्यकता होगी।
इस हेतु पूर्व से ही ग्रामीणजनों में सतर्कता के साथ कीटनाशक स्प्रे के लिए रासायनिक छिड़काव यंत्रों का पूर्व से तैयारी कर रखने की अपील की जाती है। इस हेतु अग्निशामक यंत्र को भी तैयार रखने के लिए मुख्य नगर पालिका अधिकारी से भी सम्पर्क किया गया है। सूचनातंत्र की दृष्टि से नजदीकी पुलिस थानों एवं सीमावर्ती क्षेत्रों से सतत् सम्पर्क में रहकर सूचनाओं का आदान प्रदान करते रहें।
अतः टिड्डी दल खेतों या पेड़ो, हरियाली में बैठते हैं एवं पूर्ण फसलों (वनस्पति इत्यादि) को नष्ट करता है, ऐसे में इस आपदा के प्रभावी नियंत्रण हेतु (टिड्डी दल) अनुविभाग स्तर एवं जिला स्तर पर गठित कन्ट्रोल रूम के दूरभाष क्रमांक 07392-244241 सतत् सम्पर्क में रहकर टिड्डी दल के प्रकोप के संबंध में अद्यतन सूचनाओं का ग्राम स्तर तक प्रसारण।
इस हेतु कार्य को सम्पादित करने के लिये निम्नानुसार निर्देश भी प्रसारित किये जा रहे हैं। ग्राम स्तरीय दल से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर मार्गदर्शन प्रदान करना एवं आवश्यक व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करना। संबंधित पुलिस थानों को सूचित कर वायरलेंस सेट के माध्यम से सूचनाओं का त्वरित आदान-प्रदान एवं ग्राम स्तरीय दल की सहायता। मुख्य नगरपालिका अधिकारी टिड्डी दल के प्रकोप से बचाव हेतु उपलब्ध अग्निशामक यंत्र चालू स्थिति में मय वाहन चालक के तैनात रखें।
जिला स्तर पर अनुविभाग एवं ग्राम स्तरीय दल को मार्गदर्शन प्रदान करना टिड्डी दल के प्रकोप से बचाव हेतु आवश्यक व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करना तथा सीमावर्ती जिले एवं राज्यों से सम्पर्क कर आवश्यक सूचनाऐं गठित दलों तक प्रसारित करना। टिड्डी दल के प्रभावी नियंत्रण हेतु जिले की फसल/वन सम्पदा की सुरक्षा को दृष्टिगत कीटनाशकों के उपयोग हेतु लगने वाले आवश्यक यंत्रों कीटनाशकों की व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करना।