बड़नगर क्षेत्र के गांव पिटलावदिया और पास में ही लगी धार जिले की सीमा क्षेत्र के गांव सिलोदिया में खेल मैदान व गोचर भूमि नेशनल हाईवे के ठेकेदारों द्वारा खनन किया जा रहा है इस खनन को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है सिलोदिया के ग्रामीणों का कहना है कि हमारे गांव की गोचर भूमि पर पंचायत इंस्पेक्टर की मिली भगत से खनन किया जा रहा है हमारे मवेशियों को चराने की जगह को छीना जा रहा है ।
ग्रामीणों को कहना है कि हमारी ओर से शासन प्रशासन को अवगत करा चुके इसके बावजूद भी नेशनल हाईवे के ठेकेदारों द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों से मिलजुल कर खेल मैदान में गोचर भूमि से मिट्टी खुदाई के लिए आमादा है अगर शासन प्रशासन ने इस खनन पर रोक नहीं लगाई तो हम सब आत्महत्या करने को मजबूर हो जाएंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की रहेगी सिलोदिया गांव के सरपंच हुकम सिंह सोलंकी का कहना है कि मेरे से पंचायत इंस्पेक्टर ने कोरा लेटर पैड लेकर मेरे साइन करवा कर फर्जी रूप से खनन की परमिशन ली गई है मुझे इसकी जानकारी भी नहीं लगने दी।
वही गांव पिटलावदिया के युवाओं का कहना है कि देश के प्रधानमंत्री के द्वारा युवाओं के खेल के मैदान के लिए बड़ी चर्चा की जाती है और आज इन्हीं के नुमाइंदे शासन प्रशासन के अधिकारी द्वारा हमारे खेल मैदान पर खनन करवाया जा रहा है एक तो ग्रामीण क्षेत्रों में शासकीय भूमि कम बची है और हम युवाओं के द्वारा शासकीय भूमि पर एक क्रिकेट खेलने का मैदान तैयार किया है उसको भी खनन करके हमारा क्रिकेट खेल मैदान को छीना जा रहा है ग्रामीण युवाओं का कहना है कि हमारे खेल मैदान की जगह खनन रोका जाए हमारे तीन गांव की जगह यही बची है जिस पर हम युवा क्रिकेट खेलने की प्रैक्टिस करते हैं