आम जनता के लिए बंद रहा दर्शन मगर लगातार वीआईपी लोग करते रहे दर्शन, प्रशासन के रवैये पर प्रश्नचिन्ह
उज्जैन / इंडियामिक्स न्यूज़ कोरोना काल मे सभी प्रसिद्ध धार्मिक स्थानों पर जनता के सीधे प्रवेश पर प्रतिबंध रहा है । इसी कड़ी में नागचंद्रेश्वर मंदिर में भी जो कि वर्ष में सिर्फ नागपंचमी के दिन ही खुलता है वहा भी इस वर्ष कोरोना की वजह से कड़े प्रतिबंध लगे रहे ।
जिस प्रकार उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने आदेश दिए थे की महाकाल मंदिर में बाहरी व्यक्ति का प्रवेश बंद रहेगा । कलेक्टर साहब के आदेश की उनके लोगों ने ही धज्जियां उड़ाई, कई लोग अपने-अपने परिवार को लेकर दर्शन करने पहुंचे। इनके अलावा नेताओं का भी तांता लगा रहा। अधिकारियों और नेतानगरी के लोग दर्शन कर के लगातार सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल करके प्रशासन का मुंह चिढ़ाते रहे । और आम व्यक्ति ये सब देख कर खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है ।
कहते है ईश्वर कभी अपने भक्तों में भेदभाव नही करते, हमारे देश का संविधान भी हमे बराबर का और समानता का अधिकार देता है । मगर प्रशासन में बैठे लोग ऐसी गलियां बना लेेते है जिससे कि आम और खास लोगो मे फर्क किया जा सके । ये नेता, अफसर और VVIP इन्ही गलियों से गुजरते हुए आमभक्त और नागरिकों का उपहास बनाते है ।
खैर हमेशा की तरह लोगो को भूलने की आदत है । लोग चुप रहना पसंद करते है , आवाज़ उठाना या सवाल पूछना कोई नही चाहता इसीलिए जो जवाबदेह लोग है उनकी परेशानियां कम हो जाती है । अब ऐसी जनता को कौन पसंद नही करता ?
ईश्वर ये सब देखकर कुछ नही करते क्योंकि उन्हें लोगो के साथ गलत होने पर उनकी खामोशी पसंद नही है, और संविधान उन चाटुकारों से घिरा है जो उसी की दी हुई ताक़त से उसे ही कमजोर बनाने में लगे हुए है ।