इस लड़ाई में कुछ माह पूर्व एक नर युवा की जान चली गई तो वहीं शनिवार-रविवार की दरमियानी रात फिर दो बाघों के बीच जबरदस्त जंग छिड़ गई
सतना / इंडियामिक्स न्यूज़ टाइगर्स का हब बन चुके मझगवां में अब बाघों के बीच अपने-अपने क्षेत्र को लेकर संघर्ष होने लगा है। इस लड़ाई में कुछ माह पूर्व एक नर युवा की जान चली गई तो वहीं शनिवार-रविवार की दरमियानी रात फिर दो बाघों के बीच जबरदस्त जंग छिड़ गई नतीजतन तीन वर्षीय बाघ को जान गंवानी पड़ गई तो दूसरा गंभीर रूप से घायल होने के बाद जंगल में कहीं छिप गया है, जिसकी खोजबीन वन विभाग कर रहा है।
रात एक बजे हुई भिड़ंत
जानकारी के अनुसार शनिवार की रात को मझगवां के रेंज अधिकारी अपने मातहतों के साथ जंगल भ्रमण पर थे। रात तकरीबन एक बजे अमिरति सर्किल की कररिया बीट में बाघों की गुर्राहट और लड़ाई होने की आवाज सुनाई दी। आवाज की दिशा पर जाने के बाद भी अंधेरे में कुछ नहीं दिखाई दिया और उधर खतरा देख अमला वापस हो गया। रविवार की सुबह जब जांच की गई तो झाड़ियों के बीच तीन साल के बाघ का शव पड़ा था। उसका कान बुरी तरह जख्मी था तो वहीं गर्दन और गले में दांतों के गहरे घाव थे। उसके आगे का एक पैर भी टूटा था।
अधिकारियों को दी सूचना
बाघ का शव मिलने के बाद रेंजर ने डीएफओ राजेश राय और एसडीओ जीआर सिंह को सूचना देकर मार्गदर्शन मांगा। एसडीओ ने मौके पर जाकर शव का ऊपरी परीक्षण कर पंचनामा बनवाया और शव का पोस्टमार्टम जू सेंटर के वन्य प्राणी विशेषज्ञ से करावाकर सीसीएफ के निर्देश पर दाह संस्कार करा दिया। इस प्रकार से दो बाघों की मौत अब तक वर्चस्व को लेकर हो चुकी है!!