राजपूत बोर्डिंग परिसर में हुआ आयोजन, कलेक्टर श्री गोपालचंद्र डाड सहित जिला पंचायत प्रधान श्री परमेंश मईडा, पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी, अपर जिला न्यायाधीष श्री साबिर एहमद खान, सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप केरकट्टा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकद्वय श्री सुनील पाटीदार, श्री इंद्रजीत बाकलवार, ट्रैफिक डीएसपी श्री मानसिंह चौहान आदि थे उपस्थित
रतलाम / इंडियामिक्स न्यूज़ वाहन सावधानी से चलाएं, यातायात नियमों का पालन करना अपनी आदत बना ले यह बात कलेक्टर श्री गोपालचंद्र डाड ने सोमवार को पुलिस यातायात विभाग द्वारा आयोजित 32 वें राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के शुभारंभ अवसर पर कही। राजपूत बोर्डिंग परिसर में जिला पंचायत प्रधान श्री परमेंश मईडा, पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी, अपर जिला न्यायाधीष श्री साबिर एहमद खान, सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप केरकट्टा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकद्वय श्री सुनील पाटीदार, श्री इंद्रजीत बाकलवार, ट्रैफिक डीएसपी श्री मानसिंह चौहान आदि उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री डाड ने संबोधित करते हुए कहा कि लापरवाही के साथ वाहन चलाना सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु का प्रमुख कारण है, लोगों को यातायात के नियमों का पालन अपनी आदत में लाना होगा। वाहन चलाते वक्त सावधानी बरतें, सीट बेल्ट लगाएं, माता-पिता अपने बच्चों को यातायात नियमों के बारे में जागरूक करें, समझाइश देवें। लाइसेंस के साथ ही वाहन चलाएं, सबको जागरूक करें ताकि सब सुरक्षित रहें।
अपर जिला न्यायाधीष श्री साबिर एहमद खान ने अपने सम्बोधन में कहा कि कानून का पालन अत्याआवष्यक है। सड़क दुर्घटनाओं से तभी बचा जा सकता है जब सभी लोग यातायात के नियमों का पालन करें। नियमों की अवहेलना दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण है। इस बारे में व्यक्ति को स्वयं जागरूक रहना पडेगा औरो को भी जागरूक करना पड़ेगा। नियम पालन करते हुए दुर्घटनाओं से बचे और अपने परिवार को भी बचाएं। नशा नहीं करें।
जिला पंचायत प्रधान श्री परमेश मईडा ने अपने उद्बोधन में कहा कि दुर्घटनाओं से बचाव के लिए यातायात के नियमों का पालन अनिवार्य रूप से करना ही होगा ताकि जीवन सुरक्षित रहे। कोई भी व्यक्ति अकाल मृत्यु का शिकार नहीं हो इसके लिए सावधानी से वाहन चलाएं। नियमों का पालन करें और दूसरे लोगों को भी जागरूक करें।
पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी ने अपने उद्बोधन में सड़क सुरक्षा माह आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विगत वर्ष जिले में 1 हजार से ज्यादा सड़क दुर्घटनाए देखने में आई जिनमें 150 से ज्यादा व्यक्तियों की मृत्यु हुई। हमारा पुरजोर प्रयास है कि सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु नहीं हो, यदि कोई घायल होता है तो उसे कम से कम समय में निकट के सुविधा युक्त चिकित्सालय में उपचार सुविधा दिलवाई जा सके। इसके लिए अधिनस्थ पुलिसकर्मियों को निर्देशित किया गया है कि यदि कोई व्यक्ति दुर्घटना में घायल होता है तो बगैर कोई पूछताछ किए तत्काल उपचार लाभ दिलवाए।
पुलिस अधिक्षक ने बताया कि सड़क सुरक्षा माह में वाहन चालकों के लिए हेल्थ कैंप आयोजित किए जाएंगे जहां आंखों की जांच के अलावा अन्य जांच भी कराई जाएगी। हाईवे पर ब्लैक स्पॉट चिन्हांकित किए जाकर संभावित दुर्घटनाओं से बचाव के इंतजाम किए जाएंगे। शराब पीकर वाहन चलाने वालों के लाइसेंस निलंबित किए जाएंगे। यातायात नियमों के पालन में सभी सहभागी बने। कार्यक्रम का संचालन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री सुनील पाटीदार ने किया। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने राज्य शासन द्वारा प्रारम्भ किए गए ‘‘नारी सम्मान अभियान’’ पर आधारित पेम्पलेट प्रदर्शित कर यह भावना प्रकट की गई कि नारी का सम्मान करने वाला ही असली हीरो होता है।