दुनिया में ताकतवर देशों के संगठन का ओहदा रखने वाले जी 7 के शिखर सम्मेलन में इस साल के आयोजक ने ब्रिटेन ने भारत को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है. भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया तथा दक्षिण कोरिया को भी आमंत्रित किया गया है. यह घटना भारत के साथ ब्रिटेन के मजबूत विश्विक आर्थिक-सामरिक संबंधों व दक्षिण एशिया में भारत के महत्व को प्रदर्शित करता है.
ब्रिटेन ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जी7 के शिखर सम्मेलन में सम्मिलित होने के लिए आमंत्रित किया । इस साल की शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता ब्रिटेन करेगा जिसका आयोजन 11 से 13 मई के बीच कोर्नवॉल में होना है ।
जी7 समूह में ब्रिटेन फ्रांस, कनाडा, इटली, अमरीका जापान व जर्मनी शामिल है। भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया और साउथ कोरिया को भी सम्मेलन में “अतिथि राष्ट्र” के रुप में सम्मिलित होने के लिए आमंत्रित किया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी 2019 में फ्रांस में हुए जी7 शिखर सम्मेलन में भी सम्मिलित हुए थे। तब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भारत को आमंत्रित किया था।
ब्रिटेन का आमंत्रण प्रधानमंत्री जॉनसन के भारत दौरे के रद्द किए जाने के कुछ दिन बाद ही आया है। पिछले सप्ताह जॉनसन का भारत दौरा तय था जिसे ब्रिटेन में कोविड-19 की नई लहर आने के बाद रद्द करना पड़ा। जॉनसन ने कहा कि वह G7 सम्मेलन के बाद भारत का दौरा करेंगे।
इस वर्ष भारत और ब्रिटेन के बीच सहयोग भारत के लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि ब्रिटेन फरवरी में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता संभालेगा वहीं भारत सुरक्षा परिषद का गैर-स्थायी सदस्य है ।