उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के लिए भाजपा इन दिनों जोर-शोर से चंदा जुटाने में लगी है। भाजपा के कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों से मंदिर निर्माण में सहयोग करने की अपील कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के लिए भाजपा इन दिनों जोर-शोर से चंदा जुटाने में लगी है। भाजपा के कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों से मंदिर निर्माण में सहयोग करने की अपील कर रहे हैं। भाजपा की देखा-देखी अब कांग्रेस भी इस अभियान में कूद पड़ी है। दोनों दलों में सिर्फ इतना अंतर है कि जहां भाजपा के कार्यकर्ता चंदे के पैसों की जिम्मेदारी खुद संभाल रहे हैं, वहीं कांग्रेसी कार्यकर्ता चंदे की राशि को सीधे राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट के बैंक खातों में जमा करा रहे हैं।
मध्य प्रदेश के दिग्गज कांग्रेस नेता बढ़-चढ़कर राम मंदिर के निर्माण के लिए सहयोग दे रहे हैं। इनमें दिग्विजय सिंह व कमलनाथ सहित कई विधायक और पूर्व मंत्री शामिल हैं। पार्टी का मानना है कि इससे वह भगवान राम के प्रति अपनी आस्था को साबित कर सकती है और आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में लोगों के बीच अपनी जमीन भी तैयार कर सकती है।
राम मंदिर निर्माण के लिए देशभर से चंदा इकट्ठा किया जा रहा है। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश से भी अभी तक कई करोड़ रुपए इकट्ठे किए जा चुके हैं। वहीं कांग्रेस ने इस पर निशाना साधा है। कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने चंदे की आड़ में जबरन वसूली करने का आरोप लगाया है। जहां एक तरफ कांग्रेस प्रवक्ता राम मंदिर अभियान के लिए चंदा जुटाने को जबरन वसूली बता रहे हैं। वहीं खुद उनकी ही पार्टी के विधायक भी राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा जुटाने में लगे हैं। मध्य प्रदेश की कसरावद विधानसभा सीट से विधायक और कमलनाथ सरकार में कृषि मंत्री रह चुके सचिन यादव भी अपनी विधानसभा में घर-घर जाकर राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा इकट्ठा कर रहे हैं।
कांग्रेस विधायक की इस पहल की भाजपा ने भी तारीफ की थी। कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश में अब तक मंदिर निर्माण के लिए 100 करोड़ रुपए इकट्ठे किए जा चुके हैं और उम्मीद है कि यह राशि 150 करोड़ रुपए तक जा सकती है।