हिन्दू जागरण मंच के सैकड़ों कार्यकर्ताओ ने किया प्रदर्शन, हाल ही के लव जिहाद मामलों को बताया व पुलिस की लचर व्यवस्था के खिलाफ दिया मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन
रतलाम IMN : प्रदेश में व जिले में लगातार तेजी से बढ़ रहे लव जिहाद के मामलों को देखते हुए व इनमें पुलिस द्वारा लापरवाही व ठीक प्रकार से कार्रवाई नहीं करने से हिन्दू जागरण मंच ने जिला अध्यक्ष राजेश कटारिया के नेतृत्व में बड़ी संख्या में एकत्रित हो कर कलेक्टर कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की जिसके बाद कलेक्टर गोपाल चन्द्र डाड को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
इस मौके पर हिन्द जागरण मंच के मनोहर पडियार,मानस पुरोहित,कैलाश यादव,महेश डोडियार,दोवीसिंह गूर्जर,मौनू कुशवाह,राहूल डागर,श्रवण चौधरी,मनोज पाटीदार,महिला कार्यकर्ता अनिता कटारिया,विष्णुकांता पांचाल समेत बडी संख्या में कार्यकर्ता व समाज जन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री के नाम दिये ज्ञापन में लिखा गया की मध्यप्रदेश में बढती जा रही लव जिहाद की वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए आपके द्वारा कडे कानून बनाए जाने पर हम आपका अभिनन्दन करते है। परन्तु शासन द्वारा लव जेहाद पर कडा कानून बनाए जाने के बावजूद पुलिस द्वारा ऐसे मामलों में तत्परतापूर्ण कार्यवाही नहीं की जा रही है। पुलिस की लचर कार्यप्रणाली से लव जेहाद में जुटे असमाजाकि तत्वों के हौंसले बुलन्द हो रहे है।
महोदय, हम लव जेहाद की कुछ ऐसी घटनाए आपके संज्ञान में लाना चाहते है,जिसमें पुलिस द्वारा तत्परतापूर्वक कार्यवाही नहीं की गई और लव जेहाद करने वाले तत्वों को छोड दिया गया।
अभी कुछ ही दिन पहले 5 फरवरी को एक बालक को सूचना मिली थी कि आठवीं कक्षा में पढने वाली एक तेरह वर्षीय बालिका को दूसरे समाज का एक युवक पिछले तीन चार दिनों से स्थानीय जवाहर नगर में खाली पडे एक मकान में लेकर आ रहा है। यह सूचना प्राप्त होने पर तुरंत ही यह सूचना पुलिस के साथ साझा की गई और इसी सूचना के आधार पर पुलिस के जवान उक्त मकान पर पंहुचे। मकान का दरवाजा खटखटाने के करीब आधे घण्टे के बाद भीतर से दरवाजा खुलने पर पीडीत बालिका और आरोपी युवक को थाने पर ले जाया गया।
पीडीत बालिका और आरोपी युवक को थाने पर लाए जाने के करीब पांच घण्टे बाद तक पुलिस ने आरोपी युवक के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की। इस दौरान जब सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने जब पीडीत बालिका से बातचीत की तो उसने बताया कि उक्त युवक पिछले तीन चार दिनों से उसे डरा धमका कर कमरे पर ला रहा था और उसके साथ अनैतिक कृत्य कर रहा था। बालिका ने यह भी बताया कि उक्त युवक के अन्य साथी बालिका की एक सहेली को भी डरा धमका कर उस मकान में बुला रहे थे।
जब पीडीत बालिका ने आरोपी युवक के विरुद्ध रिपोर्ट करने की बात कही तो औद्योगिक थाने पर पदस्थ कुछ पुलिस कर्मियों ने रिपोर्ट लिखने की बजाय उक्त बालिका पर यह जबाव बनाया कि रिपोर्ट लिखने से आरोपी का तो कुछ नहीं बिगडेगा,परन्तु तुम्हारी बदनामी हो जाएगी। पीडीत बालिका के माता पिता को भी यही कह कर उन पर दबाव बनाया गया।
पुलिस कर्मियों द्वारा आरोपी के विरुद्ध कार्यवाही किए जाने में जानबूझ कर देरी की जाती रही और इसी दौरान आरोपी युवक के परिजन व उसके साथी भी पुलिस थाने पर पंहुच गए। उन सभी ने एकत्रित होकर पीडीत बालिका और उसके परिवार पर दबाव बनाया। इसके बावजूद भी जब पीडीत बालिका रिपोर्ट लिखाने पर अडी रही तो थाने पर उपस्थित पुलिस कर्मियों ने वरिष्ठ अधिकारियों के आने पर ही रिपोर्ट दर्ज करने की बात कही। बलिका के लगातार निवेदन करने और सामाजिक संगठनों द्वारा लगातार कहे जाने के फलस्वरुप घटना के करीब छ: घण्टे बाद बालिका की रिपोर्ट लिखी गई।
सामाजिक संगठनों द्वारा पुलिस अधिकारियों के समक्ष पूर्व में ही यह आशंका व्यक्त कर दी गई थी कि आरोपी और उसके साथी बालिका व उसके परिवार को डराएंगे धमकाएंगे। पुलिस अधिकारियों ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया और आखिरकार आरोपी व उसके साथियों ने बालिका और उसके परिवार पर दबाव बनाकर बालिका को धारा 164 के तहत दिए जाने वाले बयान को बदलने पर मजबूर कर दिया।
इतना ही नहीं जिस बालक ने पुलिस को यह सूचना दी थी,उसे भी 11 फरवरी को रात्री में घेर कर उसके साथ मारपीट की गई और धमकी दी गई कि हमारा लडका तो छूट गया है,लेकिन हम तुझे नहीं छोडेंगे। इस बालक के साथ हुई मारपीट की घटना की रिपोर्ट भी पुलिस को की गई है। इस बात की आशंका भी पहले ही व्यक्त कर दी गई थी,कि सूचना देने वाले बालक के साथ मारपीट की जा सकती है।
इसी प्रकार कुछ ही दिनों पूर्व की एक घटना मेंसमाज विशेष के ही युवक के मोबाइल फोन में कई लडकियों के अश्लील फोटो एवं विडीयो पाए गए थे।जिन लडकियों के अश्लील फोटो एवं विडीयो मोबाइल में थे,वो पीडीत युवतियां सामाजिक डर एवं बदनामी के डर से रिपोर्ट करने में डरती थी। पुलिस के संज्ञान में पूरा मामला आने के बावजूद भी पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ कोई गंभीर कार्यवाही नहीं की।
शहर में कुछ ऐसे गिरोह सक्रिय है,जो नाबालिग बच्चियों का उपयोग कर युवकों से अवैध वसूली करते है। ये गिरोह शहर के युवकों से पहले फेसबुक या अन्य सोशल मीडीया के माध्यम से नाबालिग लडकियों से मित्रता कराते है और फिर उन्हे दुष्कर्म के लिए प्रेरित करते है। करीब एक माह पूर्व शहर में दुष्कर्म की ऐसी ही एक घटना हुई थी। जैसे ही दुष्कर्म की घटना हुई गिरोह सक्रिय हुआ और आरोपी से दस लाख रु. की मांग की गई। एक पूरे दिन तक रुपए की मांग की जाती रही और दबाव बनाया जाता रहा। लेकिन जब रुपए का लेनदेन नहीं हो पाया तो घटना के दूसरे दिन पुलिस को रिपोर्ट की गई। इन गिरोहों के शिकार कई लडके डर के मारे ना तो रिपोर्ट कर पाते है और ना ही किसी को इस घटना की जानकारी दे पाते है। शहर में सक्रिय ऐसे गिरोहों की भी विस्तृत जांच करवाई जाना चाहिए।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि करीब एक वर्ष पूर्व एक स्कूली बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया और बाद में डरा धमका कर रुपए भी वसूल किए गए। जब यह घटना जनता की जानकारी में आई तो शहर में जबर्दस्त आक्रोश फैला था और लगभग पच्चीस हजार लोगों ने इस घटना के विरोध में रैली निकाली थी। वर्तमान समय में इस तरह की कई घटनाएं होने की आशंकाएं सामने आ रही है। पुलिस की ऐसी घटनाओं के प्रति पर्याप्त गंभीरता नहीं होने से लोगों के आक्रोश फैल सकता है और कानून एवं व्यवस्था के लिए गंभीर संकट खडा हो सकता है।
शहर के बाहरी क्षेत्रों में कई कैफे संचालित है। यह कैफे लव जेहाद का केन्द्र बन चुके है। इन कैफो पर सतत निगरानी की जाए। इन कैफो में बने केबिन हटाए जाए। कैफो पर सीसी टीवी कैमरे अनिवार्य किए जाए तथा रात्रि 10 बजे के बाद इन कैफों को बन्द किया जाए।
अत: इस ज्ञापन के माध्यम से आपसे निवेदन है कि लव जेहाद के विरुद्ध कडा कानून अस्तित्व में आ जाने के बाद पुलिस को यह निर्देश जारी किए जाए कि इस प्रकार के मामले सामने आने पर तत्परता पूर्वक कार्यवाही करें,जिससे कि लव जेहाद जैसे सामाजिक अपराधों पर वास्तविक नियंत्रण किया जा सके।