कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा केरल की वायनाड लोकसभा से सांसद राहुल गाँधी अक्सर अपने बयानों की वजह से सुर्ख़ियों में रहते हैं. हाल ही में उन्होंने केरल में दक्षिण भारत की राजनितिक समझ को उत्तर भारत से बेहतर बताया था, जिसपर भाजपा व अन्य ने उनकी आलोचना की लेकिन अब पार्टी के अंदर से उनके इस बयान से असहमति के सुर सुनाई दे रहें हैं.
नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के उत्तर भारत बनाम दक्षिण भारत की राजनीति संबंधी बयान को लेकर विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ ही कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भी सवाल खड़े किए हैं।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा के बाद कपिल सिब्बल ने भी राहुल गांधी के बयान पर परोक्ष रूप से असहमति जाहिर करते हुए कहा है कि राहुल को खुद यह स्पष्ट करना चाहिए कि उन्होंने किस संदर्भ में यह बयान दिया था।
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने मंगलवार को केरल में एक कार्यक्रम में कहा था कि वह लंबे समय से उत्तर भारत से संसद के लिए चुने गये हैं और दक्षिण भारत (वायनाड) आए हैं। उनका आकलन है कि दक्षिण भारत के मतदाता सतही मुद्दों के बजाय वास्तवित और महत्वपूर्ण मुद्दों को महत्व देते हैं तथा उन पर गहराई से विचार करते हैं।
राहुल के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत पार्टी के कई नेताओं ने इस बयान को देश को बांटने वाला बताया था। विवाद के गहराने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने भी स्थिति को संभालने के लिए कवायद शुरू कर दी। इसी क्रम में आनंद शर्मा और कपिल सिब्बल बुधवार को राज्यसभा में पूर्व नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद के घर गए और उनसे विचार विमर्श किया। कांग्रेस के ये तीनों नेता उस ग्रुप-23 के सदस्य हैं, जिसने कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र और पार्टी नेतृत्व को फिर सक्रिय करने की आवाज उठाई थी।
कपिल सिब्बल ने इस प्रकरण पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि देश के मतदाता बहुत बुद्धिमान हैं। उन्हें पता है कि किस पार्टी और किस उम्मीदवार को वोट देना है। मतदाताओं को यह भी पता है कि वे किसी उम्मीदवार को वोट क्यों दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह नहीं सोचते कि कांग्रेस पार्टी देश के किसी भी क्षेत्र के मतदाता का अपमान कर सकते हैं। हमें मतदाताओं के फैसले का सम्मान करना चाहिए और उनकी बुद्धिमत्ता का अपमान नहीं करना चाहिए।
राहुल गांधी की टिप्पणी के बारे में सिब्बल ने कहा कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ही यह बता सकते हैं कि उन्होंने किस संदर्भ में अपना बयान दिया था।
वहीं, आनंद शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी ने अपने किसी अनुभव के आधार पर टिप्पणी की है, इसमें किसी क्षेत्र के अपमान की बात कहीं नहीं दिखती। वैसे राहुल के इस बयान के पीछे का मंतव्य क्या था, इसका स्पष्टीकरण वे ही दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि वो बस इतना कह सकते हैं कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने देश को एक समझा है। पार्टी ने कभी क्षेत्र, भाषा और धर्म के आधार पर लकीर नहीं खींची।
अमेठी की बात को लेकर आनंद शर्मा ने कहा कि वहां के मतदाताओं के हम कृतज्ञ हैं। अमेठी की जनता से लंबे समय तक राजीव गांधी को चुनकर संसद भेजा। फिर राहुल गांधी भी तीन बार वहीं से चुने गए। पूरी कांग्रेस पार्टी अमेठी के मतदाताओं का सम्मान करती है।
उल्लेखनीय है कि पिछले लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी उत्तर प्रदेश के अमेठी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव हार गए थे, जबकि केरल के वायनाड से विजयी हुए थे। (हि.स.)