दक्षिण मुंबई के पैडर रोड इलाके में स्थित उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर पिछले दिनों संदिग्ध हालत में स्कॉर्पियों कार मिलने के मामले में बड़ा मोड़ आ गया है। स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन का शव शुक्रवार को संदिग्ध हालत में मुंब्रा के रेतीबंदर खाड़ी से बरामद किया गया।
मुंबई : दक्षिण मुंबई के पैडर रोड इलाके में स्थित उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर पिछले दिनों संदिग्ध हालत में स्कॉर्पियों कार मिलने के मामले में बड़ा मोड़ आ गया है। स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन का शव शुक्रवार को संदिग्ध हालत में मुंब्रा के रेतीबंदर खाड़ी से बरामद किया गया। मुंब्रा पुलिस का दावा है कि हिरेन ने खुदकुशी की है। ठाणे के व्यापारी हिरेन क्लासिक मोटर्स की फ्रेंचाइजी चलाते थे।
हिरेन के एक नजदीकी ने बताया कि हिरेन गुरुवार रात 8 बजकर 5 मिनट पर घर से बाहर गए थे। जब शुक्रवार दोपहर तक घर नहीं लौटे तो घर वालों ने नौपाड़ा पुलिस स्टेशन में हिरेन की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई। हिरेन का शव शुक्रवार को ही मुंब्रा के रेतीबंदर खाड़ी से लावारिश हालत में बरामद किया गया। उनके घर वालों ने शव की पहचान मनसुख हिरेन के शव के रूप में की।
उधर, विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से कराने की मांग उठाई। फडणवीस ने कहा कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास जिलेटिन भरी कार की बरामदगी के बाद मैंने कार मालिक मनसुख हिरेन की सुरक्षा की मांग की थी। हिरेन इस मामले में महत्वपूर्ण गवाह था, लेकिन सरकार इतने महत्वपूर्ण मामले में भी गंभीर नहीं थी। फडणवीस ने आरोप लगाया कि सरकार इस मामले में किसी को बचाने का प्रयास कर रही है। राज्य सरकार को खुद इस मामले की जांच एनआईए को सौंप देनी चाहिए, लेकिन सरकार मौन है इसलिए मैं खुद मामले की जांच के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखूंगा।
महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि इस मामले की गहन छानबीन की जा रही है। कार मालिक से पुलिस ने पूछताछ किया था और उनका बयान भी दर्ज किया था। विपक्ष मामले की हो रही छानबीन पर अनायास शक व्यक्त कर पुलिस पर अविश्वास व्यक्त कर रहा है। इससे पहले भी विपक्ष ने फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत पर संदेह व्यक्त किया था। मामले की जांच सीबीआई की सौपी गई, लेकिन 6 माह बाद भी सीबीआई किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। संसदीय कार्यमंत्री अनिल परब ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष का राज्य पुलिस पर शक व्यक्त करना ठीक नहीं है।
उल्लेखनीय है कि एंटीलिया से करीब 200 मीटर दूर खड़ी एक संदिग्ध स्कॉर्पियो से जिलेटिन की 20 छड़ें मिलीं थीं। स्कॉर्पियो की नंबर प्लेट फर्जी थी। सीसीटीवी फुटेज की जांच में सामने आया कि एंटीलिया के बाहर स्कॉर्पियो 24 फरवरी की रात करीब डेढ़ बजे खड़ी की गई थी। इससे पहले यह स्कॉर्पियो करीब साढ़े 12 बजे रात को हाजी अली जंक्शन पर करीब 10 मिनट तक खड़ी रही। यह स्कॉर्पियो मुंबई के विक्रोली से चुराई गई थी। पुलिस ने स्कॉर्पियो के असली मालिक की पहचान कर ली थी। पुलिस की क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी के मुताबिक स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन ने बताया था कि 17 फरवरी की शाम को वे ठाणे से घर जा रहे थे। रास्ते में गाड़ी बंद हो गई इसलिए गाड़ी ऐरोली ब्रिज के पास सड़क किनारे खड़ी कर दी। अगले दिन कार वहां से गायब हो गई थी। इसकी शिकायत उन्होंने पुलिस से की थी। (हि.स.)