रोज़ प्रदेश में हज़ारो लोग शासन और प्रशासन की लापरवाही से परेशान होते रहते है मगर इससे किसी जिम्मेदार को फर्क नही पड़ता, मगर बात जब मुखिया की हो तो जिम्मेदार लोगों पर कैसे गाज गिरती है ये आज दिखाई दिया
भोपाल IMN, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रालय की करोड़ों की लागत से बनीं एनेक्सी लिफ्ट में फंस गए। सीएम अपने चेंबर में जा रहे थे, इसी दौरान लिफ्ट खराब हो गई और मुख्यमंत्री वहां फंस गए। मेंटेनेंस में लापरवाही के कारण राजधानी परियोजना के दो इंजीनियर्स को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दोपहर के समय मंत्रालय पहुंचे, इस दौरान मंत्रालय की एनेक्सी में वीआईपी लिफ्ट से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जैसे ही पांचवें फ्लोर पर जा रहे थे, तभी बीच में लिफ्ट बंद हो गई। वीआईपी लिफ्ट के खराब होने से मुख्यमंत्री नाराज हो गए तथा मुख्यमंत्री की नाराजगी की गाज लिफ्ट की मॉनिटरिंग के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर गिरी। उसके बाद राजधानी परियोजना प्रशासन के प्रभारी अनुविभागीय अधिकारी विद्युत यांत्रिकी शैलेंद्र परमार और उपयंत्री विद्युत यांत्रिकी मनोज यादव को निलंबित कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि ये पहला मौका नहीं है जब लिफ्ट खराब हुई हो, मंत्रालय के आला अधिकारी भी कई बार लिफ्ट में फंस चुके हैं।
आपको बता दे की मंत्रालय के नए एनेक्सी भवन के निर्माण में करीब 613 करोड़ रुपए की लागत आई थी। पांच मंजिला एनेक्सी भवन में तमाम आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। एनेक्सी भवन छह लाख वर्ग फीट पर धौलपुर के पत्थरों से कारपोरेट तर्ज पर बना है। इसमें करीब 16 लिफ्ट लगी हुई हैं। एनेक्सी भवन की पांचवी मंजिल पर मुख्यमंत्री का ऑफिस है। आखिरकार सवाल यह उठता है कि इतनी सुविधाएं होने के बावजूद भी इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई।