कांग्रेस के झाबुआ विधायक तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने दिया विवादित बयान, रतलाम में हिन्दू संगठनो के कार्यकर्ताओं ने जलाया बीच बाजार पुतला, जमकर हुई नारेबाज़ी
रतलाम/झाबुआ/पेटलावद IMN, पूर्व सांसद व विधायक कांतिलाल भूरिया एक बार फिर विवादों में घिर चुके हैं। आज रतलाम में हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। युवाओं ने माणकचौक से कांतिलाल भूरिया के पूतले को जूते की माला पहनाकर कर नारेबाजी करते हुए मुख्य बाजार में जुलूस निकाला।
जिसके बाद पुतले को आग के हवाले कर दिया गया। मौके पर हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता राजेश कटारिया,आशीष सोनी,रवि सेन,जलज सांखला,कमल सोनी,गौरव शर्मा आदि उपस्थित थे। साथ ही पुलिस प्रशासन भी मौजूद रहा।
दरअसल भूरिया पेटलावद में महंगाई और पेट्रोल-डीजल के लगातार बढ़ते दामों को लेकर जनआक्रोश रैली में शामिल होने के लिए सोमवार को पहुंचे थे। जहां पत्रकारों से चर्चा में उन्होंंने भाजपा और राज्य सरकार को आड़े हाथ लिया, लेकिन बात करते-करते यह बोल गए कि भाजपाई राम मंदिर के नाम पर चंदा इकठ्ठा कर शाम को नदी पर जाकर दारू पी जाते हैंं।
उन्होंंने राम मंदिर निर्माण के लिए हो रहे धनसंग्रह को लेकर भाजपाईयों पर निशाना साधा और यह आरोप लगा दिया कि भाजपाईयों ने पहले राम मंदिर मंदिर के नाम पर हजारों, लाखों, करोड़ोंं अरबों का चंदा इकठ्ठा किया था। उसका कोई हिसाब नहीं दिया और अब भाजपाई फिर से राम मंदिर के लिए चंदा इकठ्ठा कर रहे है।
दी सफाई- तोड़मरोड़ के पेश किया:-
बाद में एक अन्य बयान में भूरिया ने कहा कि उन्होंंने पहले राम मंदिर के नाम पर हुए चंदे का हिसाब मांगा है। शराब पीने जैसी बात उन्होने कुछ भी नहीं की है। उनके बयान को तोड़मरोड़ कर पेश किया गया है। वे केवल पुराने चंदे का हिसाब जनता के सामने रखने की बात कह रहे थे।
बयान से चर्चा में आए कांतिलाल भूरिया पिछले 43 वर्षों से झाबुआ क्षेत्र में कांग्रेस की राजनीति कर रहे हैंं। मनमोहन सिंह सरकार में दो बार केंद्रीय मंत्री रहने के अलावा वे प्रदेश की कांग्रेस सरकार में भी कई बार मंत्री बन चुके है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का प्रभार भी उनके पास रहा है। वर्तमान में वे झाबुआ से विधायक हैं।