शासन प्रशासन द्वारा करोड़ों लाखों रुपए जंगल के नाम से खर्च किए जा रहे हैं कि जंगल कैसे भी बचे जंगल सुरक्षित रहें हरा भरा रहे लेकिन प्रशासन कि सारी योजनाएं फेल होती नजर आ रही है.
देवास ( इंडियामिक्स मीडिया नेटवर्क ) – शासन प्रशासन द्वारा करोड़ों लाखों रुपए जंगल के नाम से खर्च किए जा रहे हैं कि जंगल कैसे भी बचे जंगल सुरक्षित रहें हरा भरा रहे लेकिन प्रशासन कि सारी योजनाएं फेल होती नजर आ रही है
ऐसा ही एक मामला वन परिक्षेत्र जिनवानी रेंज की सबरेंज हीरापूर दक्षिण पूर्व के कक्ष क्रमांक 773 मे बड़े पैमाने पर अतिक्रमणकारियों द्वारा अतिक्रमण का प्रयास किया जा रहा है अतिक्रमणकारियों द्वारा सागवान के हरे भरे पेड़ों पर पहले घावटी लगा कर सुखा दिया जाता है उसके बाद काम की लकड़ियों को साथ में ले जाया जाता है बाकी बची लकड़ियों को वह पेड़ के ठूंठ को वहीं पर जला दिया जाता है
वही अतिक्रमणकारियों द्वारा पत्थरो की पाल बनाकर अपनी अपनी जगह को चिन्हित किया गया है अनुमानित लगभग 15 से 30 एकड़ वन विभाग की जमीन पर अतिक्रमणकारियों द्वारा अतिक्रमण कर रहे हैं सोचने वाला पहलू यह है कि पास ही हीरापूर वन चौकी है उसके पास कक्ष क्रमांक 773 में बड़े पैमाने पर अतिक्रमणकारियों द्वारा जंगल के पेड़ों को काटा गया काम की लकड़ी साथ में ले जाई गई बाकी बचे पेड़ों के ठूंठो को जंगल में जलाए जा रहा है इस और वन विभाग के अधिकारियों व वनकर्मियों का ध्यान नही है सोचने वाला पहलू यह भी उठता है के बड़े पैमाने पर अतिक्रमणकारियों द्वारा अतिक्रमण करने की फिराक में है और वन विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगती अब देखते हैं वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी अपने विभागीय अधिकारीयो कर्मचारियों पर क्या कार्रवाई करते है और अतिक्रमणकारियों पर जब इस संबंध में डिप्टी रेंजर अशोक दुबे से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया वहां प्लांटेशन लगाना है
यदि इस जगह प्लांटेशन लगाना है तो सोचने की बात यह भी है सागवान के पेड़ों पर घावटी किसने लगाई पेड़ों को जला कौन रहा है पत्थरों को जमा कर अपनी अपनी जगह कि सीमाएं किसने बनाई है क्योंकि यह चीज प्लांटेशन में नहीं होती एक बात इससे तो साफ होती है वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी अंगद की तरह अपना पैर जमाए अपने ऑफिस में बैठे रहते हैं जंगल का भ्रमण नहीं करते नहीं तो इस तरह से जंगल नहीं कटता अतिक्रमणकारियों द्वारा घावटी लगे पेड़ों पर गीली मिट्टी व राक लगाई गई जिससे घावटी लगे पेड़ नहीं दिखे वह पेड़ सूख जाय इन पेड़ों पर वन विभाग द्वारा हमल नंबर अभी तक अंकित न ही किए गए थे।
मामले की जानकारी लगने पर एसडीओ वन बागली अमित सोलंकी ने मौका मुआयना कर अतिक्रमण के प्रयास की बात स्वीकारते हुए बताया कि हीरापुर सबरेंज के कक्ष क्रमांक 773 में कुछ पेड़ काटकर, सीमांकन करने का प्रयास अतिक्रमण कारियों ने किया है मगर वहाँ अभी तक किसी व्यक्ति की मौजूदगी वहां नही मिली है। अतिक्रमण कारियों पर नज़र रखने के लिए 2 चौकीदारों को मौके पर तैनात किया गया है।
इनका कहना है
अतिक्रमण के प्रयास का मामला मेरे संज्ञान में आया है मे जाँच करवता हूँ रेन्जर व एसडीओ को बोलता हूँ दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.
वन संरक्षक पी एन मिश्रा देवास
मैं दिखाता हूं मेरे नॉलेज में नहीं है वहां के डिप्टी रेंजर का अभी रिटायरमेंट हुआ है मे जाकर देखता हूं फिर बता पाऊंगा.
वन परिक्षेत्र अधिकारी जिनवानी बीएस सिकरवार