दोनों घटनाओं के पीछे मानसिक रोग विशेषज्ञों का मानना है कि इस अवस्था में पहचान बनाने कोशिश के साथ युवाओं की परवरिश भी मायने रखती है। युवाओं को सही मार्गदर्शन और सही दिशा देने की जरूरत होती है।
देवास (इंडियामिक्स न्युज) एक सप्ताह में शहर में दो बड़ी वारदातों से सवाल उठने लगे हैं। दोनों ही घटनाओं में नाबालिग और युवा शामिल थे। घटना के पीछे वजह गुस्सा और सनक सामने आई है। कुछ दिन पहले शहर की एक कॉलोनी में कुछ नाबालिग और युवाओं ने मिलकर घर के बाहर रखी कारों में तोड़फोड़ कर दी। पूछताछ में कारण सामने आया था कि आरोपितों ने मौज मस्ती और सनसनी फैलने के लिए घरों के बाहर खड़ी कारों में तोड़फोड़ की थी। वहीं बुधवार को रात को भी शहर में कैलादेवी क्षेत्र में नाबालिग और युवाओं के बीच विवाद हुआ और एक नाबालिग के साथ चाकू बाजी हो गई। दोनों घटनाओं के पीछे मानसिक रोग विशेषज्ञों का मानना है कि इस अवस्था में पहचान बनाने कोशिश के साथ युवाओं की परवरिश भी मायने रखती है। युवाओं को सही मार्गदर्शन और सही दिशा देने की जरूरत होती है।
बुधवार रात को चाकूबाजी के मामले में पुलिस ने आरोपित को गुरुवार को घटनास्थल पर ले कर गई। पुलिस ने चार आरोपितो को पकड़ा है। इसमें से तीन आरोपित नाबालिग हैं। घटनास्थल पर आरोपित ने पुलिस ने बताया कि उसने किस तरह से घटना को अंजाम दिया।
घटना में घूरने और आंख दिखाने की बात पर विवाद होने की बात सामने आई थी। वहीं पुलिस मामले में पुराना विवाद होने भी बता रही है। मालूम हो कि बुधवार रात को एक नाबालिक 12वीं क्लास के छात्र को अज्ञात आरोपितों में से एक आरोपित ने चाकू मारे थे। लहुलुहान हालत में उसे मौके पर ही छोड़कर भाग गए थे। गुरुवार को मामले में पुलिस ने चारों आरोपितों को पकड़ लिया था।
कुछ दिन पहले भी बीएनपी पुलिस ने एटीएम लूटने से पहले कुछ आरोपितों को गिरफ्तार किया था। इसमें भी सभी आरोपित 19 से 20 साल के थे। इसमें युवाओं ने कर्ज उतारने के साथ अपने खर्चे के लिए एटीएम लूटने का प्लान तैयार किया था