ग्रामीणों ने की पूर्णकालिक प्राचार्य और शिक्षकों की पूर्ति की मांग, वर्षों से प्रभारी प्राचार्य और अतिथि शिक्षकों के भरोसे पानीगांव का हायर सेकंडरी स्कूल
देवास / इंडियामिक्स न्यूज़ जिले की कन्नौद तहसील की सबसे बड़ी पंचायत पानीगांव का शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कहने को तो 1998 में हाई स्कूल से हायर सेकंडरी में प्रोन्नत हुआ था मगर 1998 से लेकर अब तक ये विद्यालय प्रभारी प्राचार्य और न्यूनतम शिक्षकों के आसरे ही चल रहा है। वर्तमान में भी पानीगांव के हायर सेकंडरी स्कूल में स्टाफ के नाम पर एक प्रभारी प्राचार्य, संस्कृत वर्ग 2 से एक अध्यापक, विज्ञान वर्ग 2 से 1 शिक्षिका एवं 1 लिपिक नियुक्त है।
प्रतिवर्ष इस विद्यालय में 9वी से 12वी तक 600 से अधिक विद्यार्थी दर्ज रहते हैं, मगर न्यूनतम स्टाफ के चलते अतिथि शिक्षकों के भरोसे यहां की शिक्षण व्यवस्था चल रही है। कहने को यह संकुल केंद्र है मगर वर्षों से यहाँ पूर्णकालिक प्राचार्य न होने से संकुल केंद्र की व्यवस्था एक प्रभारी प्राचार्य और एक लिपिक के भरोसे चल रही है। संकुल केंद्र पर पूर्व में एक गणक की भी नियुक्ति थी मगर गणक के देवास स्थानांतरित हो जाने से कर्मचारियों का वेतन भी समय पर नही मिल पाता है।
अनलॉक 4 की गाइडलाइन के अनुसार 9वी से 12वी की कक्षाएं जहां 1 सितम्बर से प्रारम्भ होने वाली हैं वहीं पानीगांव स्कूल के अध्ययनरत बच्चों को वही पुरानी समय शिक्षको की कमी से जूझना पड़ेगा, क्योंकि यहाँ फिजिक्स, केमेस्ट्री, बॉयोलॉजी, मैथ्स विषय के शिक्षक ही नही हैं। इस कारण पानीगांव में गणित संकाय के विद्यार्थियों को तो बाहर के विद्यालयों में प्रवेश लेने जाना पड़ता है क्योंकि इन विषयों के अतिथि शिक्षक भी नही मिल पाते हैं।
ग्रामीणों ने अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से पानीगांव के हायर सेकंडरी स्कूल में पूर्णकालिक प्राचार्य को नियुक्त करने एवं स्टाफ की पूर्ति करने की मांग की है ताकि क्षेत्र के सबसे बड़े हायर सेकंडरी स्कूल की व्यवस्थाओं का संचालन सुचारू रूप से हो सके।