ड्रग तथा भू माफिया पे राज्य सरकार की सख्ती का असर उज्जैन पुलिस के कार्य में देखने को मिल रहा है, जवानों से मुस्तैदी से यह कार्यवाही कर युवाओं को जिन्दगी तबाह करने वाले इस जहर को उनकी रगों में जाने से रोका.
उज्जैन / इंडियामिक्स न्यूज़ मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम में लगी उज्जैन पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने गांजे की एक बड़ी खेप बरामद की है। जिसे पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने पकड़ा है। बरामद किए गए गांजे की कीमत 50 लाख से अधिक है। इस मामले में चार तस्कर युवकों को गिरफ्तार किया गया है जो नई क्रेटा कार से गांजे की डिलीवरी देने जा रहे थे। रविवार को पुलिस कप्तान सत्येंद्र कुमार शुक्ला ने प्रेस कांफ्रेंस लेकर इसका खुलासा किया।
गिरफ्तार किये गये आरोपियों में एक बाप, बेटे हैं। दरअसल ये ग्रामीण क्षेत्रों से गांजा लाकर शहरी इलाकों में सप्लाय करते थे। एसपी के मुताबिक बरामद किए गए गांजे का वजन एक कुंटल 46 किलोग्राम है। एसपी के मुताबिक पुलिस को सूचना मिली थी कि नागदा खाचरौद रोड पर एक कार से तस्कर गांजे की डिलीवरी देने के लिए जा रहे हैं। इस सूचना के आधार पर घेराबंदी कर एक हुंडई क्रेटा कार को रोका गया तो उससे 53 किलो गांजा बरामद किया गया।
आरोपियों से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने एक और आरोपी तस्कर के बारे में जानकारी दी, जिससे 20 किलो गांजा एक मोटरसाइकिल बरामद की गई। आरोपी से और पूछताछ में पता चला कि गांजे का यह नेटवर्क पूरे क्षेत्र में फैला हुआ है। इस पर एक ओमनी कार से एक और आरोपी को गिरफ्तार किया गया और कार से 71 किलो गांजा बरामद किया गया। आरोपियों में से दो उज्जैन के लखेरवाड़ी क्षेत्र के रहने वाले हैं। उनसे और पूछताछ की जा रही है और गांजे के नेटवर्क की कड़ियों को जोड़ने की कोशिश की जा रही है ताकि गांजा तस्करी के इस पूरे नेटवर्क को ध्वस्त किया जा सके।
अति विश्वसनीय सूत्रों से बताया जाता है कि खाचरोद थाना क्षेत्र में लगातार कई दिनों से गांजा तस्करी का कार्य तस्करों द्वारा किया जा रहा था जिसमें थाने के मुख्य अधिकारी की ही भूमिका बताई जा रही है। हालांकि एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला को इस पूरे मामले की खबर लगते ही उन्होंने इस पूरी तस्करी को रोकने के लिए साइबर सेल टीम को निर्देश दिए और जिसके बाद इतनी बड़ी सफलता उज्जैन पुलिस को मिली है।
आरोपियों को गिरफ्तार करने में एडिशनल एसपी आकाश भूरिया , एसडीओपी अरविंद सिंह, महाकाल थाना पुलिस सहित की सायबर सेल प्रभारी सब इंस्पेक्टर विक्रम सिंह, आर के सिंगावत, केपी शुक्ला, मोनिका तिवारी, बबलू डागा, नरेंद्र सिंह, रविदास बैरागी, कृष्णदास बैरागी, मुकेश गोयल, राजेंद्र सिंह, अजय चौहान, प्रेम सिंह सिंगारे, दीनदयाल धनगर,शिवानी वर्मा, उम्मेद राम डिगा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।