खच्चरटोडी मेघनगर जनपद के अन्तर्गत आने वाली ग्राम पंचायत खच्चरटोडी के सरपंच – सचिव की तानाशाही से पंचायत के ग्रामीणजन बेहद परेशान है
झाबुआ / इंडियामिक्स न्यूज़ खच्चरटोडी मेघनगर जनपद के अन्तर्गत आने वाली ग्राम पंचायत खच्चरटोडी के सरपंच – सचिव की तानाशाही से पंचायत के ग्रामीणजन बेहद परेशान है। पंचायत में सचिव पद पर अतिरिक्त प्रभार के रुप में पदस्थ श्री किशोर कटारा की नियुक्ति मार्च 2020 में हुई थी तब से लेकर आज तक इनके द्वारा जमकर भ्रष्टाचार एवं अनियनिताएं की जा रही है।
इनके द्वारा पंचायत कार्यालय भी नही खोला जा रहा है। इसके विपरित सरपंच के घर से पंचायत संचालित की जा रही है। ग्रामीणों को किसी भी काम के लिये पंचायत कार्यालय की बयाज सरपंच के घर जाना पड़ता है। पंचायत के विकास कार्यो मे भी सरपंच सचिव के द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। इसके अलावा इस वर्ष फत्ताटोडी से खमतलाई तालाब तक पंचायत द्वारा बनाई गई सुदुर सड़क के हाल भी बैहाल है। बारिश मे पुरी सड़क कीचड़ मे तब्दील हो गई । ग्रामवासीयों ने इस सड़क पर खुद के खर्च पर गिट्टी डलवाई।
सचिव को हटाने दिया आवेदन :- ग्रामीणों ने कुछ दिनों पहले सचिव श्री किशोर कटारा को हटाने के लिये जनपद सीईओ को आवेदन दिया । इसके अलावा वार्ड क्र. 6.7.8 के पंचो ने भी सचिव को हटाने की मांग की। लेकिन सरपंच नही चाहते की उनके चहेते सचिव पंचायत से हटे । सीईओ पर दबाब बना रहे की वे सचिव को नही हटाये । ग्रामाणों का कहना की जिस सरपंच को पंचायत चुनाव में तीन तिहाई वोटो से हमने जिताया वही सरपंच आज चहेते सचिव कटारा के साथ भ्रष्टाचार की खुली दुकान चलाने के लिये सचिव को नही हटने दे रहे है। लेकिन हम जनता है साहब । हिसाब करना भी जानते है। कुर्सी पर बिठा सकते है तो उतार भी सकते है।
इसके अलावा सचिव ने पंचायत मे हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले युवक को डराने धमकाने के लिये चोकी रंभापुर में एफ . आई. आर. दर्ज कराने का एक आवेदन टाईप कराकर डराया धमकाया की हमारा भ्रष्टाचार उजागर करेगा तो तेरा पंचायत का कोई काम नही करेगे ओर झुठे केस में फसाकर जेल भिजवा देगे।
सड़क पर बह रहा गंदा पानी बना मुसीबत :- पंचायत के जागीर हल्के के लोहारटोडी गांव से होकर अन्य गांवों मे जाने के एकमात्र रास्ते पर पंचायत की उदासीनता के कारण घरों का गंदा पानी इस रास्ते पर करीबन दो वर्ष से बह रहा है। ग्रामीण लम्बे समय से इस समस्या के समाधान के लिये सरपंच सचिव एंव जनपद सीईओ से गुहार लगा रहे है। गूंज ने मार्च माह में इस समस्या को गूंज में प्रकाशित कर अधिकारियों को अवगत कराया था। इसके बाद 4 अप्रेल को जनपद सीईओ ने सरपंच सचिव पर कारण बताओ नोटिस जारी किया । एंव गंदे पानी की निकासी के सम्बंध में तीन दिन में उचित समाधान करने को कहा। लेकिन कई माह के बाद भी रास्ते पर गंदा पानी जा रहा है। पंचायत के सरपंच सचिव ने कारण बताओ सुचना पत्र को मात्र एक कोरा कागज ही समझा । न ही जनपद सीईओ ने इसके बाद कोई कार्रवाई की। ग्रामीणों का इस रास्ते से पैदल निकलना भी मुश्किल है। बता दे की सचिव महोदय भी इसी रास्ते से होकर जाते है।