मंडी में फण्ड नहीं ?, निगम का कहना – अलॉटमेंट होने में लगेंगे 4 दिन ?
रतलाम / इंडियामिक्स न्यूज़ लगातार कड़ाके की सर्दी में इस समय जहाँ रात 8 बजते ही लोग घरों में दुबक कर बैठ रहे है ऐसे में फसल बेचने के लिए मंडी में आने वाले किसान ठिठुरने को मजबूर है। किसान फसलों को ले कर रात भर खुले प्रांगण में बैठते है जहाँ उनके सहारे के लिए मंडी प्रशासन या निगम प्रशासन द्वारा अलाव की लकड़ियों तक कि व्यवस्था नहीं कि जा रही।
ऐसे में किसान मजबूरन वहाँ पड़े कचरे का सहारा ले कर सर्दी से बचने की राह ढूंढ रहे है। कचरे में हाथ तापते ग्राम हतनारा के किसान समरथ पाटीदार का कहना है की मंडी प्रशासन को किसानों के लिए अलाव की व्यवस्था करनी चाहिए। आने वाला हर किसान भाई व मंडी कर्मचारी भी खुद कचरा जलाने को मजबूर है।
क्या बोले जिम्मेदार ?
इस विषय पर इंडिया मिक्स ने निगम के स्वास्थ्य अधिकारी A.P. सिंह से जब बात की तो उन्होंने अलाव के लिए लकड़ियों का अलॉटमेंट होने में 2-4 दिन लगने की बात कही वहीं मंडी के एक अधिकारी राजेन्द्र व्यास से जब बात हुई तो उनका कहना था की मंडी में इस प्रकार का कोई फण्ड जारी नहीं होता है अब तक निगम ही इसकी व्यवस्था करता है ओर ऊपर अधिकारियों से चर्चा कर इस विषय के बारे में बताएंगे।
ऐसी टालमटोली में अब ठिठुरती ठंड में किसान आखिर कैसे रात काटे? यह सोचने वाली बात है।