नाहुसिंह पिता धुलसिंह राजपूत ने शासकीय शमशान में अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया
रिंगनोद/इंडियामिक्स देश को आज़ादी हुए 75 से अधिक वर्ष हो गए मगर आज भी जातिवाद, छुआ छुत का ज़हर समाज के कुछ लोगो की नसों में दौड़ रहा हैं. रतलाम जिले की जावरा तहसील के अंतर्गत आने ग्राम कुम्हारी की एक घटना सोशल के माध्यम सुर्खियों आई की दलित समाज की सुगन बाई नामक महिला की मृत्यु होने पर गाँव के दबंगो ने कुम्हारी गाँव के शासकीय शमशान घाट में अंतिम संस्कार नही होने दिया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने संज्ञान लिए और पीड़ित परिवार के बद्रीलाल पिता नागुलाल सुर्यवंशी एवं परिवार के व्यक्तियो से घटना के बारे में पूछताछ की गई पूछताछ के दौरान पीड़ित परिवार ने बताया कि दिनांक 25 अगस्त २०२४ को स्वर्गीय शंभुलाल सुर्यवंशी की पत्नी सुगन बाई की बीमार होने से मृत्यु हो गई थी। उस दिन तेज बारीश हो रही थी तथा हमारे ( दलित ) समाज के शमशान में पतरे का शेड नही था तथा शासकीय शमशान में पतरे का शेड था। इसलिए मृतिका का अंतिम संस्कार शासकीय शमशान में करने का फैसला लिया गया ।
जब अंतिम संस्कार करने शासकीय शमशान पहुचे तो गाँव के नाहुसिंह पिता धुलसिंह राजपूत ने शासकीय शमशान में अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया और हमारे समाज के शमशान घाट में खम्बे गढवाकर अस्थाई पतरे का शेड बनवा दिया। और कहां की आप अंतिम संस्कार अपने शमशान में ही करे।
मृतक के परिजन बद्रीलाल पिता नागुलाल सुर्यवंशी की रिपोर्ट पर थाना रिंगनोद पर अपराध क्र 317/2024 धारा 301 बीएनएस 3(1)(za)(A) एससी एसटी एक्ट का आरोपी नागुसिंह पिता धुलसिंह निवासी कुम्हारी के खिलाफ पंजीबद्ध किया गया । प्रकरण में आरोपी नागुसिंह पिता धुलसिंह राजपूत निवासी ग्राम कुम्हारी थाना रिंगनोद को गिरफ्तार किया गया ।