फलोद्यान लगाने के लिए योजना का लाभ लेने के लिए दिया था आवेदन, पंचायत सचिव ने फ़ाइल को दबाए रखा, 1 साल से दबी फ़ाइल को आगे बढ़ाने के लिए मांगे 5 हज़ार, पीड़ित ने की लोकायुक्त में शिकायत
रतलाम/इंडियामिक्स : सोमवार दोपहर को रतलाम जिले के सुखेड़ा में रिश्वतख़ोर पंचायत सचिव को लोकायुक्त की टीम ने रंगेहाथ पकड़ा है। रतलाम जिले में लगातार रिश्वत के मामले सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में आज फिर लोकायुक्त की टीम ने पिपलौदा जनपद की सुखेड़ा पंचायत के सचिव को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। आरोपी सचिव ने फ़ाइल कंपलीट करने के लिए 5 हजार रुपए की घूम मांगी थी जिसमें से तीन हजार पहले ही ले चुका था, शेष 2 हजार रुपए लेते समय पकड़ा गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रतलाम जिले की पिपलौदा जनपद की ग्राम पंचायत सुखेड़ा के सचिव जगदीश पांचाल को उज्जैन लोकायुक्त की टीम ने गिरफ्तार किया। आरोपी सचिव पांचाल ने आवेदक शंकरलाल मालवीय से फलोद्यान योजना की फाइल को ठहराव प्रस्ताव करके योजना का लाभ दिलाने के एवज में 5 हजार रुपए रिश्वत मांगी थी। सचिव ने 3000 रुपए पूर्व में ले ही ले लिए। बाकी बची राशि 2 हजार रुपए 26 जुलाई को देना तय हुए।
इसकी शिकायत मालवीय ने लोकायुक्त उज्जैन से की। सचिव ने मालवीय को रिश्वत के शेष 2 हजार रुपए देने के लिए पिपलौदा स्थित अपने निजी कार्यालय पर बुलाया था। यहां लोकायुक्त का दल निरीक्षक रविंद्र कुमार पाराशर व बलवीर यादव के नेतृत्व में सोमवार दोपहर ही डेरा डाल चुका था। दल में आरक्षक विशाल रेशमिया हितेष ललावत, अनिल अटोरिया व कमलेश लववंशी भी शामिल थे। सोमवार दोपहर को जैसे ही मालवीय रुपए देने पंचायत सचिव के निजी कार्यालय पहुचे और उसे रुपए दिए, लोकायुक्त टीम ने रंगेहाथ धर-दबोचा।
उल्लेखनीय है की किसान शंकरलाल मालवीय निवासी धामेडी दो बीघा जमीन में नींबू और जामफल का बगीचा लगाना चाहता है। उसने लगभग एक साल पहले शासन की फलोद्यान योजना का लाभ लेने के लिए सुखेड़ा पंचायत में आवेदन किया था। आवेदन मंजूर कर उसकी फाइल जनपद पंचायत में भेजना थी। पंचायत सचिव ने फाइल कम्प्लीट नहीं की। 15 दिन पहले सचिव ने कहा कि 5 हजार रुपए देने पड़ेंगे तब वह फाइल कम्प्लीट करेगा।