बेसिक पुलिसिंग पर जोर, आज से पूरे उज्जैन ज़ोन में लागू होगी नई बीट प्रणाली, एसपी व डीआईजी ने सँयुक्त प्रेस वार्ता कर दी जानकारी, लोगो के बीच रहकर काम करेगी पुलिस, बदमाशो व वारंटियो पर रहेगी बीट अधिकारी व प्रभारी की नज़र
रतलाम/इंडियामिक्स : क्षेत्र में बेहतर पुलिसींग, जनता से बेहतर संवाद, क्षेत्र में पुलिस की दृश्यता बढ़ाये जाने एवं इलाके में बेहतर नियंत्रण और आपराधिक तत्वो पर नकेल कसने व गंभीर घटनाओ कर प्रभावी नियंत्रण को लेकर परफेक्ट पुलिसिंग की जाएगी। इसके लिए 1 नवम्बर से नए फार्मूले पर पुलिस बीट सिस्टम को नवीन प्रणाली के साथ लागू किया जा रहा है।
बता दे कि पुलिस महानिरीक्षक उज्जैन जोन संतोष कुमार सिंह द्वारा जिला रतलाम में मीटिंग में समीक्षा के दौरान बेसिक पुलिसिंग पर जोर देकर जिले में बीट सिस्टम नए स्तर से लागू करने हेतु निर्देश दिये थे। जिसके पालन में अब जिला रतलाम में बीट सिस्टम की समीक्षा कर इस प्रणाली को मजबूत कर पुनः लागू किया जा रहा है।
रविवार शाम पुलिस कंट्रोल पर उज्जैन रेंज आईजी सुशांत सक्सेना व रतलाम एसपी गौरव तिवारी ने पुलिस बीट सिस्टम में परिवर्तन करते हुए इसे पुनः लागू करने की जानकारी मीडिया को दी। अधिकारियों ने बताया कि नए परिवर्तन का उद्देश्य बेसिक पुलिसिंग पर जोर देना है। इससे बदमाशो में पुलिस का ख़ौफ बढ़ेगा। साथ ही महत्वपूर्ण कार्य पुलिस का आम जनता के साथ सीधा सम्पर्क रहेगा। यह पुलिस प्रणाली 1 अक्टूबर से आईजी संतोष कुमार सिंह के निर्देशन में पूरे उज्जैन रेंज के अंतर्गत आने वाले जिलों में लागू कि जाएगी।
बीट प्रभारी के नम्बर रहेंगे बोर्ड पर :-
आम लोग सीधे कार्रवाई ना होने से एसपी कार्यालय आवेदन लेकर जाते है। जिससे इन सभी पर अंकुश लगेगा। बीट अधिकारियों के नम्बर हर थाना पर बोर्ड के माध्यम से लिखे जाएंगे जिससे शिकायत सीधे बीट अधिकारी को की जा सकेगी। इसका मुख्य उद्देश्य जनता के बीच अपना नेटवर्क बनाना व आम लोगो को पुलिस से सीधा जोड़ना है। आम जनता को अपने क्षेत्र के पुलिस थाने के बीट अधिकारी के नाम व नम्बर की जानकारी सम्बन्धित थाने में मिल जाएगी जो कि एक बोर्ड पर लिखी होगी।
यह रहेगी कार्य व्यवस्था :-
- जिले में 20 थानों के अंतर्गत कुल 72 बीट बनाई गई है। इसमे आरक्षक व प्रधान आरक्षक को बीट अधिकारी बनाया जाएगा। इनके ऊपर निरीक्षक व उप निरीक्षक को प्रभारी बनाया जाएगा। इन सभी के कार्यो का निरीक्षण थाना प्रभारियों की जिम्मेदारी रहेगी।
- बीट अधिकारी के पास डायरी होगी जिसमें उसे अपनी बीट में रहने वाले गुंडों बदमाशो के साथ-साथ शासकीय सेवक, सेवानिवृत्त अधिकारी आदि की जानकारी रखना जरूरी होगा।
- अपने क्षेत्र के धर्मशाला, होटल, मन्दिर, मस्जिद आदि हर प्रमुख स्थानो की जानकारी भी बीट अधिकारी के पास होगी। कोई भी व्यक्ति बीट अधिकारी को घटना आदि की सूचना देगा जिस पर बीट प्रभारी को तत्काल कार्यवाही करना होगी। अगर ऐसा नहीं होता पाया गया तो सम्बंधित अधिकारी की जवाबदेही होगी।
- बीट सिस्टम अनुसार बीट के अधिकारी के कार्यो का विभाजन किया गया है, सभी बीट प्रभारियो को अपने बीट क्षेत्र की महत्वपूर्ण जानकारी रखना अनिवार्य होगी। – अवैध गतिविधियो पर नजर रखने की प्राथमिक जवाबदारी एरिया के बीट अधिकारी की होगी जो प्रतिदिन अपने इलाके में घूम कर जानकारी एकत्र करेगा एवं जनता से सतत संपर्क में रहेगा।
- बीट प्रभारी हर सप्ताह में कम से कम 1 बार अपनी बीट का सम्पूर्ण भ्रमण करेगा।
- थाना प्रभारी प्रतिदिन फीडबैक लेकर कार्य का वितरण करेगा और टास्क सौपेगा, और दी गई जानकारी पर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित करेगा।