केंद्र सरकार ने कोरोना के नए स्वरुप ओमिक्रोन को लेकर पूछे जाने वाले सवालों के FAQ जारी किया है
रतलाम / इंडियामिक्स केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि सार्स-सीओवी-2 के नये स्वरूप ओमिक्रोन पर मौजूदा टीकों के काम नहीं करने के बारे में कोई साक्ष्य नहीं है, हालांकि कुछ म्यूटेशन टीकों के प्रभाव को कम कर सकते हैं.
हालांकि, मंत्रालय ने इस बात का जिक्र किया कि नये स्वरूप द्वारा प्रतिरक्षा तंत्र को चकमा देने के बारे में साक्ष्य का इंतजार है. मंत्रालय ने कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वैरिएंट के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों (FAQ) की एक सूची जारी की है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे ‘Variant Of Concern’ बताया है. नये स्वरूप के दो मामले बृहस्पतिवार को कर्नाटक में सामने आए हैं.
डॉ अनुराग अग्रवाल ने कहा है की देश की बड़ी आबादी में इम्युनिटी विकसित हो चुकी है जो कोरोना के नए स्वरुप ओमिक्रोन के विरुद्ध भी एक मजबूत सुरक्षा चक्र बनाने में कामयाब हो सकता है. हालांकि कुछ विशेषज्ञों का कहना है की कोरोना का नया स्वरुप हो सकता है वैक्सीन से विकसिक रोग प्रतिरोग क्षमता को कुछ हद तक प्रभावित करे मगर अभी तक इसका कोई उदहारण नही मिला है
देश में कोरोना के नए स्वरुप के आने के बाद देश और प्रदेश सरकारे इसे लेकर बेहद गंभीरता से कार्य करती नज़र आ रही है. मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार भी इसे लेकर सभी जिलो के अधिकारियों को निर्देश देकर 100 % टीकाकरण करवाने पर जोर दे रही है .
रतलाम में इसका असर आसानी से देखा जा सकता है जहाँ जिला कलेक्टर द्वारा कई कदम उठाये जा रहे है. जिसमे लोगो का टीकाकरण करने के लिए जिले के सभी कर्मचारियों को टास्क दिए गए है. जिसका असर आपको रतलाम की सडको से लेकर कार्यालयों में देखने को आसानी से मिल जायेगा.
रतलाम प्रशासन द्वारा धारा 144 के अलावा कई प्रतिबंधात्मक आदेश दिए गए है. जिनसे से शादी समारोह में आने वाली भीड़ को लेकर आदेश जारी किया गया है जिसमे बिना टीकाकरण प्रवेश देने की मनाही है. जहाँ भी लोगो को इकठ्ठा किया जा सके ऐसे सभी प्रदर्शनों पर रोक लगाई गयी है. इसके साथ ही एक टोल नंबर दिया गया है जिसके माध्यम से लोग अपने आस पास के लोगो की सुचना दे सके जिनको अभी तक टिका नही लगा है या जिनके दूसरा टिका लगना शेष है, सुचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जायेगा.
निसंदेह कोरोना के नए स्वरुप को लेकर जिस तरह का माहौल बना है उसे लेकर हर नागरिक में मन में कई तरह की आशंकाए जन्म ले रही है. ये आशंकाए सिर्फ इस बीमारी को लेकर ही नही बल्कि इसके प्रभाव से आम आदमी के जीवन की हर चीज़ प्रभावित हो रही है. लॉकडाउन में लोगो की आर्थिक स्तिथि पहले से ही ख़राब थी जैसे तैसे लोगो का जीवन सामान्य होने जा रहा था और इस नयी खबर ने उनके जहन को हिला के रख दिया है .
बच्चो के स्कूल से लेकर रोज़गार तक पूरी तरह से परिवार इस संकट से जूझते रहे है. खैर बेहतर की उम्मीद और सकारात्मक नज़रिए से आने वाली हर पस्तिथियों का सामना करना ही होगा.