दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आन्दोलन और उसकी गूंज संसद से लेकर देश दुनिया में सुनाई देने के बीच गाँव-जवार में किसानों को कृषि कानूनों के फायदे और इसकी बारीकियां समझाने में जुटा आरएसएस
IMN – कृषि कानूनों के विरोध में पिछले दो महीने से देशभर के किसान आंदोलन कर रहे हैं। वहीं केंद्र सरकार और भाजपा के सांसद और मंत्री किसानों को यह समझाने की नाकाम कोशिश में जुटे हैं कि ये कानून उनके हित में हैं और इससे उनका भला ही होगा। पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों के किसान इस वक्त दिल्ली में जुटे हुए हैं और इन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
इस बीच किसान आंदोलन की आंच मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों में फैलने से रोकने के लिए अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने मोर्चा संभाल लिया है। संघ के कार्यकर्ता और इसके ग्राम विकास विभाग की समितियां किसानों के बीच जाकर कृषि कानूनों के फायदे और इसकी बारीकियां समझाने में जुटी हैं।
संघ के कार्यकर्ता किसानों को यह भी समझा रहे हैं कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और न ही किसी के बहकावे में आकर इस कानून का विरोध करें। संघ के कार्यकर्ता किसानों को यह विश्वास भी दिला रहे हैं कि उनकी जमीन उनसे कोई नहीं छीनेगा और यह कानून उनके फायदे के लिए ही है। कृषि कानूनों के समर्थन में छपे पर्चे भी किसानों के बीच बांटे जा रहे हैं और उन्हें झूठ और सच की जानकारी भी दी जा रही है।