मराठा शासकों के काल में मंदिर का फिर से निर्माण कराया गया था। जब मंदिर को तोड़ा गया, तो मंदिर का प्राचीनतम हिस्सा दबा रहा होगा।
उज्जैन / इंडियामिक्स न्यूज़ महाकालेश्वर मंदिर परिसर में विस्तारीकरण के लिए चल रही खुदाई के दौरान शुक्रवार को करीब 20 फीट नीचे पत्थरों की प्राचीन दीवार मिली है। पत्थरों पर प्राचीनकाल की नक्काशी मिली है। इसके बाद खुदाई कार्य रोक दिया गया है। इसकी सूचना मंदिर प्रशासन को भी दे दी गई है। उम्मीद की जा रही है कि इससे उज्जैन के इतिहास काे लेकर नई जानकारी सामने आ सकती है।
शुक्रवार को मंदिर के विस्तार के लिए सती माता मंदिर के पीछे सवारी मार्ग पर खुदाई की जा रही थी। इसी दौरान पत्थर की दीवार मिली है। इसके बाद काम रोक दिया गया। मंदिर के ज्योतिषाचार्य पंडित आनंद शंकर व्यास ने बताया कि मुगलकाल में मंदिर को नष्ट किया गया था।
मराठा शासकों के काल में मंदिर का फिर से निर्माण कराया गया था। जब मंदिर को तोड़ा गया, तो मंदिर का प्राचीनतम हिस्सा दबा रहा होगा। पुरातत्व विभाग को मंदिर के आसपास खुदाई करानी चाहिए। अवशेष किस काल का है, पत्थरों पर कौन सा शिल्प है, पुरातत्व विभाग को इसकी जानकारी करनी चाहिए।