बच्ची के पिता के बयान पर ट्रेजर बाजार के पास सब्जी मंडी में ही मजदूरी करने वाले आनंदी लाल पिता मोहन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया
उज्जैन IMN : पुलिस की लापरवाही के कारण एक निर्दोष ने ढाई साल जेल में बिता दिए। जून 2018 में लापताबच्ची की शिकायत लेकर उसका पिता उमेश नानाखेड़ा थाने पहुंचा था,बोला मेरी 11 माह की बच्ची शिवानी रात में मां के पास हो रही थी,सुबह देखा तो गायब मिली । तब पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज किया,कायमी के 2 घंटे बाद ही पुलिस को शांति पैलेस बायपास के पास से एक बच्ची का शव मिला,पीड़ित परिवार ने भी शव की पहचान अपनी बच्ची के रूप में कर ली।
पोस्टमार्टम के बाद अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस भी दर्ज कर लिया गया,बच्ची के पिता के बयान पर ट्रेजर बाजार के पास सब्जी मंडी में ही मजदूरी करने वाले आनंदी लाल पिता मोहन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
क्योंकि गुमशुदा बच्ची के पिता ने बयान में कहा था कि कुछ रोज पहले हमारे पास में रहने वाले आनंदीलाल का झगड़ा मेरी पत्नी से हुआ था तब उसने कहा था,देख लूंगा अब मेरी बच्ची लापता है और आनंदी भी नजर नहीं आ रहा, इसके अलावा पुलिस को जांच में घटना स्थल से बीड़ी का टुकड़ा भी मिला था,जिसे जप्त कर लार का डीएनए कराया था,वह आरोपी से मैच हो गया था।
फैसला आने पर 2 सवाल खड़े हो गए हैं
- शांति पैलेस बाईपास से जो शव बरामद हुआ था वह शिवानी का नहीं तो आखिर किसका था ?
- शिवानी अगर जिंदा है, तो वह कहां है ?
केस को लेकर नानाखेड़ा के एक एसआई ने चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की थी,मामले को लेकर उज्जैन एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल को फैसले की प्रति का इंतजार है,पश्चात संबंधित पुलिस अधिकारी पर कोई विभागीय कार्रवाई हो सकती है ।