उज्जैन में अपने नानाजी के घर आये युवकों की खदान में भरे पानी मे नहाते वक्त डूबने से हुई मौत से ग्रामीणों में शौक की लहर दौड़ गयी । मौके पर उज्जैन पुलिस पहुची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा ।
उज्जैन / इंडियामिक्स न्यूज़ नाना के घर आए दो किशोर मिट्टी की खदान में भरे पानी में नहाने के लिए चले गए और दोनों डूब गए ग्रामीणों ने जब शव देखा तो गांव में हड़कंप मच गया सूचना मिलते ही चिंतामन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों के शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भिजवाया है
चिंतामन पुलिस ने बताया कि ग्राम बामोरा निवासी राजेंद्र पिता चंदू जी के घर पर 2 दिन पहले पुत्री रीना और शानू आई थी। दोनों बहनों के साथ उनके पुत्र यश पिता संजय चावरे 16 साल और कुशल पिता जितेंद्र 16 साल भी आए थे। मंगलवार सुबह यश और कुशल दोनों गांव से 2 किलोमीटर दूर स्थित गिट्टी की खदान में भरे पानी में नहाने के लिए चले गए। नहाने के दौरान गहरे पानी में चले जाने से दोनों डूब गए। दोपहर में दोनों के शव पानी से ऊपर तल पर आ गए। शव को देखकर गांव में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने दोनों किशोरों के शव पानी से बाहर निकाले इस दौरान सूचना मिलते ही चिंतामन पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी। पुलिस ने शवों को पीएम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया।
2 दिन पहले आए थे नाना के घर
पुलिस ने बताया कि यश अपनी मां रीना के साथ पीथमपुर से तथा कुशल अपनी मां सानू के साथ बडनगर से ग्राम बामोरा में रहने वाले नाना राजेंद्र के घर पर 2 दिन पहले रहने के लिए आए थे। ग्रामीणों को इस बात की जानकारी नहीं है कि दोनों किशोर कब नहाने के लिए खदान की ओर चले गए। एक साथ दो किशोरों की मौत से गांव में शोक की लहर फैल गई है।
अक्सर होते हैं इस प्रकार के हादसे
गौरतलब है कि लगभग हर वर्षा काल में बारिश के बाद खदानों और गड्ढों में पानी जमा हो जाता है। अधिकांश रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में गड्ढों में जमा पानी में नहाने के लिए गांव में रहने वाले नाबालिक बच्चे और किशोर पहुंच जाते हैं। जिसके चलते पानी में डूबने की घटनाएं भी होती हैं। बावजूद इसके जिला प्रशासन द्वारा संबंधों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। ऐसे स्थानों पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जाने चाहिए।