कलेक्टर के पास पहुंची शिकायत पहुंची, प्रधानमंत्री स्व निधि योजना के अंतर्गत दिये जाने वाले 10 हजार रुपये का लोन जारी करने में आनाकानी
उज्जैन IMN, प्रधानमंत्री स्व निधि योजना अंतर्गत स्ट्रीट वेंडरों को 10 हजार रुपये का लोन देने के लिये नगर निगम द्वारा शहर की विभिन्न बैंकों को टारगेट दिये गये लेकिन कुछ प्रायवेट बैंकों के मैनेजरों द्वारा इस योजना में रूचि न लेते हुए लोगों को लोन देने में आनाकानी की जा रही है।
कलेक्टर के पास इसकी शिकायत पहुंची। उन्होंने निकास चौराहा स्थित एचडीएफसी बैंक को सील करने के निर्देश दिये जिसके बाद सुबह नगर निगम की टीम ने बैंक पहुंचकर शटर पर अपने ताले लगाकर सील कर दिया। इस दौरान बैंक कर्मचारी अधिकारयों से ऐसा न करने का निवेदन करते रह गये।
शनिवार की सुुबह करीब 9 बजे निकास चौराहा स्थित एचडीएफसी बैंक पर नगर निगम सहायक आयुक्त अपनी टीम के साथ पहुंचे। उन्होंने बैंक अधिकारियों को इसकी सूचना दी साथ ही कहा कि कलेक्टर और नगर निगम आयुक्त के आदेश का पालन करते हुए बैंक को सील किया जा रहा है। बैंक के कर्मचारी एक-एक कर यहां पहुंच रहे थे। उन्होंने ऐसा न करने की बात निगम अधिकारियों से कही लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि आप या तो कलेक्टर या नगर निगम आयुक्त से बात करो, उनके निर्देश मिलने पर ही कार्यवाही रुकेगी।
सहायक आयुक्त ने चर्चा में बताया कि बैंक मैनेजर द्वारा स्ट्रीट वेंडरों को प्रधानमंत्री स्व निधि योजना के अंतर्गत दिये जाने वाले 10 हजार रुपये का लोन जारी करने में आनाकानी की शिकायत अधिकारियों तक पहुंची थी। इसी कारण कलेक्टर के निर्देश पर बैंक सील करने की कार्यवाही की जा रही है। नगर निगम कर्मचारी नये ताले खरीदकर लाये थे। बैंक के ताले शटर से निकलवाकर अपने ताले लगाये और उस पर कपड़ा बांधकर चपड़ी चिपकाने के साथ सील कर दिया।
कुछ दिनों पहले इसी योजना के अंतर्गत एक्सीस बैंक देवासरोड़ द्वारा भी स्ट्रीट वेंडरों को लोन देने में आनाकानी की गई थी जिसके बाद कलेक्टर ने उक्त बैंक को सील करवा दिया था, लेकिन शाम को सील की गई बैंक सुबह पुन: अपने निर्धारित समय पर खुल गई थी।