देश अब लगभग अनलॉक हो चूका है, बड़े – बड़े मंदिर अब सामान्य रूप काम कर रहें हैं लेकिन उजैन के महाकाल मंदिर में आम श्रद्धालु अभी भी भस्मारती में शामिल नहीं हो सकता. जिसका विरोध प्रदर्शित करते हुए युवक कांग्रेस से बाबा महाकाल को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा
उज्जैन – 12 फरवरी को शिवराज सरकार के मंत्री और विधायक उज्जैन में आ रहे हैं इसको लेकर सुगबुगाह भी शुरू हो गई है अब शिवराज सिंह सरकार के सभी भाजपा विधायकों को भस्मारती दर्शन कराने के लिए सरकार के दबाव में प्रशासन यह निर्णय ले रहा है। युवा नेता बबलू खिंची ने कहा, प्रशासन की हिम्मत हो, तो प्रशिक्षण वर्ग के बाद 14 फरवरी से भस्मारती दर्शन कराने के लिए आदेश दें।
भस्मारती में श्रद्धालुओं को प्रवेश दिए जाने को लेकर कांग्रेस पहले भी मांग कर चुकी है।
प्रदेश प्रवक्ता विवेक गुप्ता ने कहा कि जब पूरा देश अनलॉक हो गया है, कई बड़े मंदिरों में श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश खुल चुके हैं, तो महाकाल मंदिर में क्यों अब तक रोक लगी है? जब भी कांग्रेस ने मांग की, तो कोरोना का बहाना बनाकर कलेक्टर आशीष सिंह हर बार टाल जाते हैं। युकां जिलाध्यक्ष भरत शंकर जोशी ने कहा कि प्रशासन को महाकाल मंदिर को राजनीति के अखाड़े से दूर रखना चाहिए। प्रदर्शन में दीपेश जैन, शिव लश्करी, जितेंद्र चौधरी समेत कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों से बात करने जब कोई अधिकारी नहीं पहुंचा, तो उन्होंने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन बाबा महाकाल को सौंपा। ज्ञापन में सरकार के दबाव में काम कर रहे जिला प्रशासन और मंदिर प्रशासन के विरुद्ध राज्यपाल से कार्रवाई की मांग की है।