प्रेम चंद गुड्डू ने भाजपा के खिलाफ बगावती तेवर दिखाने शुरू कर दिए. जी मीडिया से बात करते हुए पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू ने कहा, ‘ज्योतिरादित्य सिंधिया की वजह से कांग्रेस छोड़ भाजपा में आया था. अब उनकी वजह से फिर वही हालात बन गए हैं.’
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भोपाल: मध्य प्रदेश में उपचुनाव से पहले नेताओं ने पार्टी बदलनी शुरू कर दी है. रविवार को तुलसीराम सिलावट समर्थक 6 कांग्रेसी नेताओं ने भाजपा का दामन थामा. इसके कुछ देर बाद ही प्रेम चंद गुड्डू ने भाजपा के खिलाफ बगावती तेवर दिखाने शुरू कर दिए. जी मीडिया से बात करते हुए पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू ने कहा, ‘ज्योतिरादित्य सिंधिया की वजह से कांग्रेस छोड़ भाजपा में आया था. अब उनकी वजह से फिर वही हालात बन गए हैं.’
प्रेम चंद गुड्डू ने सांवेर उपचुनाव में तुलसी सिलावट को हराने का दम भरा. प्रेम चंद गुड्डू ने रविवार को सांवेर निर्वाचन क्षेत्र के कुछ प्रमुख नेताओं के साथ बैठक की. उन्होंने कहा, ‘गद्दारी सिंधिया परिवार के डीएनए में है. जब किला मैदान पर रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा का अनावरण हो रहा था, तब भी मैंने राजस्थान की तत्कालीन मुख्यमंत्री को बुलाने का विरोध किया था.’
गुड्डू ने कहा, ‘जब मैं युवक कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष था, तब माधवराव सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ दी थी. मैंने उनके क्षेत्र में जाकर खूब सभाएं लीं. जब वे कांग्रेस में वापस लौटे तो उन्होंने मुझे दबाव बनाकर पद से हटवा दिया.’ प्रेम चंद गुड्डू के इन बयानों के बाद उनके भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं. प्रेमचंद गुड्डू कांग्रेस पार्टी की तरफ से 1998 में सांवेर से विधानसभा चुनाव में पूर्व मंत्री प्रकाश सोनकर को हराकर विधायक बने थे.
वह आलोट विधानसभा से विधायक रहे हैं और उज्जैन से सांसद रहे हैं. प्रेम चंद गुड्डू एससी वर्ग से आते हैं और सांवेर में मजबूत पैठ रखते हैं. वह सिंधिया के विरोधी रहे हैं और भाजपा से नाराज चल रहे हैं. प्रेम चंद गुड्डू साल 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा में शामिल हुए थे. मध्य प्रदेश में विधानसभा की 24 सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी की नजर भाजपा के असंतुष्ट नेताओं पर है, वहीं भाजपा भी कांग्रेस खेमे में सेंध लगाने में जुटी हुई है.