ग्राहक की शिकायत के बाद जागा प्रशासन त्योहारों के दृष्टिगत जांच के लिए खाद्य पदार्थों के नमूने लिए गए
रतलाम/इंडियामिक्स 14 अगस्त की शाम को शहर की जानी मानी मिठाइयों की दुकान “कन्हैया स्वीट्स” से 1kg बटरस्कॉच मिठाई एक ग्राहक ने शाम को 7 बजे के आसपास खरीदी और 15 अगस्त को जब मिठाई उपयोग में लायी गयी तब मिठाई में से कुछ खटाई और बदबू आ रही थी । जब इसकी शिकायत “कन्हैया स्वीट” के ओनर से की गई तो उनका कहना था कि मिठाई में कोई खराबी नही है । और आप चाहे जिससे शिकायत कर ले और जांच करवा लें । जब उनसे कहा गया कि ये मिठाई किसी ने नही खाई है और सब ने इसे खराब समझ कर फैक दी है तो भी ओनर कुछ भी मानने को तैयार नही हुए ।
जब ग्राहक द्वारा इसकी शिकायत 15 अगस्त की शाम को फ़ूड इस्पेक्टर कमलेश जमरा से की गयी तो उनका कहना था कि अभी वो बाहर है आ नही सकते, सुबह शॉप पर जाकर शिकायतकर्ता को बुला लिया जाएगा । लेकिन आज सुबह फ़ूड इस्पेक्टर द्वारा कन्हैया स्वीट पर जाकर सेम्पल ले लिया गया । मगर जो मिठाई खराब हो गयी थी और जो ग्राहक के पास थी उसका सेम्पल लेने से मना कर दिया गया और कहा गया आप इसे फैक सकते है हमने शॉप से सेम्पल ले लिया है । कार्यवाही पर संदेह भी बनता है कि क्योकि शिकायतकर्ता को कही भी पूरे मामले में शामिल नही किया गया ना ही उसके द्वारा खरीदी गई खराब मिठाई की जांच की गई । इसके बाद कन्हैया स्वीट के अलावा भी कई मिठाइयों की शॉप से सेम्पल लिए गये ।
इसके बाद शासन की कार्यवाही इस प्रकार रही ।
रतलाम में कार्यवाही करते हुए रत्नेश्वर रोड स्थित गजानंद नमकीन एंड स्वीट्स से मिठाई और सेव के नमूने लिए गए, चौमुखीपुल स्थित कन्हैया स्वीट्स से बटरस्कॉच न्यू कन्हैया स्वीट्स से मावा बर्फी और जैन रेस्टोरेंट से मिठाई और बेसन के नमूने लिए गए। सैलाना में कार्यवाही करते हुए बस स्टैंड सैलाना स्थित देवेंद्र स्वीट्स से मावा पेड़ा, बुरहानी किराना एंड जनरल स्टोर से गुलाबजामुन मिक्स और मोदी आईस एंड स्वीट्स से कैडबरी सेलिब्रेशन के नमूने लिए गए।जावरा में कार्यवाही करते हुए पिपलोदा रोड जावरा स्थित श्री सैनी नमकीन एंड मिष्ठान भण्डार से मावा और सेव के नमूने लिए गए।
सभी खाद्य कारोबारकर्ताओ को संस्थानों एवम् परिसर में गुणवातायुक्त खाद्य पदार्थो का निर्माण, संग्रहण एवम् विक्रय करने एवम् स्वच्छता बनाए रखने के निर्देश दिए गए। लिए गए सभी नमूने जांच हेतु भोपाल स्थित राज्य खाद्य प्रयोगशाला भेजे गए जहां से प्राप्त जांच रिपोर्ट के आधार पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत कार्यवाही की जाएगी। आगे भी कार्यवाही निरन्तर जारी रहेगी।