दूसरे डोज़ के टीकाकरण में यह कैसी व्यवस्था? टेलीग्राम चलाने वालों को मिली 1 मिनट पहले सूचना, बाकी सब लोग रह गए अनजान, CMHO कार्यालय को खुद जानकारी का अभाव,
रतलाम/इंडियामिक्स : टिकाकरण के दूसरे डोज़ को लेकर अव्यवस्था का नमूना आज देखने को मिला। सबसे बड़ी चूक CMHO प्रभाकर ननावरे द्वारा की गयी की जहाँ शाम को जानकारी दी जाती है की प्री बुकिंग नहीं करवाना होगी उसके 30 मिनट बाद ही प्री बुकिंग हो जाती है तथा बुकिंग टेलिग्राम चलाने वालों की हो जाती है बाकी सब अनजाने में ही रह जाते हैं। कई लोग टिकाकरण केंद्र पर परेशान हुए और यह कहते सुनाई दिए की जनता को मूर्ख बनाते है, फिक्सिंग चलती है इनकी, अपनो वालो को लगा रहे है वगरह वगरह!
शहर में शुक्रवार शाम 7 बजे के आसपास CMHO कार्यालय से जानकारी दी जाती है की शनिवार 12 जून को तीन स्थानों पर कॉवेक्सीन के दूसरे डोज़ का टिकाकरण किया जावेगा। इसके लिए विशेष रूप से लिखा गया था की इसके लिए लाभार्थियों को कोई प्री- बुकिंग की आवश्यकता नहीं होगी। सीधे आधार कार्ड या मो. नम्बर से काम चल जाएगा।
मगर हुआ इसके उलट जब लोग टिका लगवाने पहुँचे तो मालूम पड़ा कि रात 8 बजे स्लॉट खुले थे और प्री बुकिंग हो गयी है और उन्ही को सीमित सँख्या में टिका लगाया जायेगा। यह सुन कर काफी लोग बिफर पड़े। आलम यह था कि पुराने कलेक्टोरेट में पुलिस को आना पड़ा। जब हमने उन युवाओं से जाना की कैसे उन्हें पता पड़ा रात में स्लॉट बुकिंग का तो उनका कहना था टेलीग्राम पर इसकी सूचना मिली। हालाँकि टीके की बर्बादी ना हो इसलिये वहाँ ऑफ़लाइन पहुँचे कुछ लोगो का टिकाकरण भी किया गया मग़र चरमराई व्यवस्था के कारण काफी को निराश हो कर लौटना पड़ा। ऐसे में टिकाकरण अधिकारी लोकेश से जब पूछा गया की प्री-बुकिंग की जानकारी क्या CMHO साहब को नहीं दी गयी थी? तो उन्होंने झल्लाकर जवाब दिया कि उन्ही से पूछिये मुझे नहीं पता!
अब आप यह जवाब सुन कर अंदाज़ा लगा लीजिए की किस स्तर पर अधिकारियों के बीच कम्युनिकेशन का फासला बना हुआ है। जाहिर सी बात है टिकाकरण की व्यवस्था टिकाकरण अधिकारी ही करते हैं और उन्हें ही इस बारे में नहीं पता। हालांकि प्रश्न यह भी उठता है की आदेश और निर्देश बड़े अधिकारियों के होते हैं की कैसे क्या किया जाएगा। ऐसे में CMHO द्वारा दी गयी जानकारी में प्री-बुकिंग नहीं लिखने के 30 मिनट बाद ही प्री-बुकिंग हो जाती है जिसकी सूचना आधिकारिक तौर पर नही अनाधिकृत टेलीग्राम पर बोगस सर्वर देते है।
यह करता है टेलीग्राम
टेलीग्राम पर हैकर्स या IT एक्सपर्ट द्वारा कथित तौर पर ऐसे प्रोग्राम तैय्यार किये हुए है की वह कोविन पोर्टल पर स्लॉट खुलने के एक मिनिट पहले सूचना दे देते है। इस तरह यह Unofficially(अनाधिकारिक) रूप से कार्य करते सर्वर है जो सरकार के कोविन को खुलने के पहले बता देते है। यह कहीं ना कहीं कथित तौर पर इस पोर्टल की सुरक्षा पर प्रश्न चिन्ह खड़े करता है।