रतलाम का नामली फिर चर्चा में, आखिरकार नवागत कलेक्टर के सामने भी आ गया मामला, नामली के प्रवेश मार्ग पर ही छलकते है बेधड़क जाम, अवैध रूप से बिक रही शराब में नामली पुलिस व आबकारी विभाग सवालो के घेरे में, विधायक ने भी की शिकायत,
रतलाम/इंडियामिक्स : जिले का नामली एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। दरअसल आज व कल में कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम द्वारा अवैध शराब बिक्री पर आबकारी के उप निरीक्षक चेतन वैद और सहायक जिला आबकारी अधिकारी आर. सी. बारोड़ को कारण बताओ नोटिस दे दिया गया। सूत्रों के हवाले से यह जानकारी भी मिली है की कल शाम में मेडिकल स्टॉफ जिनमे शायद डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ के साथ ही कुछ एम्बुलेंस ड्राइवर भी थे उनका आपस में विवाद हुआ था। जिसके बाद यह सामने आया की यहाँ पर शराब पार्टी भी चल रही थी। हालांकि इस मामले में आज एफ.आई.आर. भी हो चुकी है।
नामली में अवैध शराब बिक्री का मामला सामने आने के बाद स्थानीय विधायक ने भी इस मामले में शिकायत की है की ग्रामीण क्षेत्रो में यह कार्य चल रहा है। जिसे कलेक्टर द्वारा गम्भीरता से लेते हुए तुरन्त सहायक आबकारी अधिकारी बारोड़ को भी नोटिस दे दिया गया है। हालाँकि स्थानीय विधायक के नाम का कोई उल्लेख नहीं किया गया है।
नामली में ढ़ाबों पर अवैध रूप से शराब बेचने व बिठा कर पिलाने का सिलसिला काफी पुराना है। जिसमे मुख्य रूप से नामली के प्रवेश द्वार पर स्थित एक ढ़ाबा है जिसने यह परम्परा बनाई है। सुनने में यह भी आया है की यहाँ स्पेशल केबिन सुविधा भी प्रदान की जाती है। एसपी गौरव तिवारी के निर्देशन में भी नामली व ग्रामीण क्षेत्रों में कई बार अवैध शराब पर कार्रवाई हुई है। मगर फिर भी इन गोरख धंदे बाज़ों के हौसले बुलंद हो जाते है और यह शुरू हो जाते है। इस तरह की शिकायतें जब मिलती है तो इसमे आबकारी के साथ ही नामली पुलिस भी सवालो के घेरे में आती है। आख़िर उनकी नाक के नीचे यह सब खेल होना कैसे सम्भव है ? फिलहाल अब इंतज़ार है कि उपनिरीक्षक चेतन वेद और सहा. आबकारी अधिकारी आर. सी. बारोड़ क्या जवाब देते है। आपको बता दे की जहरीली शराब पीने से नामली क्षेत्र में कुछ मौत भी पहले सामने आ चुकी है।
प्रथम दृष्टया में संलिप्तता के बाद जब आज जब नोटिस मिल गया है तो उपनिरीक्षक के साथ साथ जिला सहायक आबकारी अधिकारी भी सकते में आ गए। शनिवार देर शाम रिमझिम के बीच आबकारी उपनिरीक्षक चेतन वेद और सहायक जिला आबकारी अधिकारी आर. सी. बारोड़ द्वारा नामली के ढ़ाबों की दबे पांव चैकिंग की जा रही थी। जहाँ मौके पर पहुँचे हमारे रिपोर्टर ने कवरेज किया तो बिलबिलाए अधिकारियों ने उल्टा उनसे ही प्रश्न कर लिए। हालाँकि जिस ढ़ाबे की चेकिंग की उस वक़्त वहाँ कुछ नहीं मिला। हमारे रिपोर्टर को देख कुछ मिनटो में आबकारी दल बल कागजी खाना पूर्ति करते हुए वहॉं से चला गया। पूछने पर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई व इसे रूटिंन चेकिंग बताया।
क्यों ना निलंबन की कार्यवाही की जाए ? :-
कलेक्टर द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि नामली क्षेत्र व ग्रामीण क्षेत्र में विभिन्न ढाबों पर अवैध शराब बिक्री की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, जिसके कारण अपराध भी घटित हो रहे हैं। इसकी शिकायत स्थानीय विधायक द्वारा भी की गई है। उक्त वृत्त के प्रभारी होने के नाते आपका दायित्व है कि अवैध शराब बिक्री नहीं हो परंतु अवैध शराब का विक्रय किया जा रहा है। इससे स्पष्ट होता है कि आपका कोई प्रभावी नियंत्रण नहीं है तथा अवैध शराब विक्रय में प्रथम दृष्टिया मै आप की संलिप्तता है। उक्त कृत्य के लिए आप को निलंबित कर क्यों ना अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए ? जिसका उत्तर SI वेद व स.जि. आबकारी अधिकारी आर.सी. बारोड़ को तीन दिवस में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। कलेक्टर द्वारा जिला आबकारी अधिकारी को भी अवैध शराब बिक्री पर तत्काल अंकुश लगाने के निर्देश दिए गए हैं।