जिले के प्रभारी मंत्री ओपीएस भदौरिया ने की समीक्षा बैठक, प्रेस वार्ता में की पत्रकारो से चर्चा, काँग्रेस के सैलाना विधायक ने पूछे प्रश्न वहीं रतलाम कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी सौंपा ज्ञापन, जानिए दिन भर से क्या क्या हुआ?
रतलाम/इंडियामिक्स : प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री एवं रतलाम जिला प्रभारी मंत्री श्री ओ.पी.एस.भदौरिया 21 जुलाई की रात्रि रतलाम पहुँचे। मंत्री जी का यह दूसरी बार का दौरा था। मंत्री भदौरिया के आने के साथ ही स्वागत सत्कार का सिलसिला चालू हो गया था जो की दिन भर चला। मंत्री श्री ओ.पी.एस.भदौरिया ने गुरुवार प्रातः सर्किट हाउस पर आम नागरिकों, गणमान्यजनों एवं कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इसके बाद भदौरिया नगर निगम चौराहा स्थित महाराजा श्री रतनसिंह प्रतिमा स्थल पर पहुंचे और प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके पश्चात प्रभारी मंत्री श्री भदौरिया ने दीनदयाल नगर स्थित उद्यान में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस दौरान सांसद श्री गुमानसिंह डामोर, रतलाम शहर विधायक श्री चैतन्य काश्यप, विधायक रतलाम ग्रामीण श्री दिलीप मकवाना, श्री राजेंद्रसिंह लुनेरा, श्रीमती संगीता चारेल सहित गणमान्यजन उपस्थित थे। मंत्री इसी के साथ भाजपा कार्यालय भी पहुँचे। मंत्री श्री भदौरिया ने माँ कालिका का आशीर्वाद भी लिया। इस दौरान वह विधायक चेतन्य काश्यप के निवास पर व पूर्व मंत्री ग्रह हिम्मत कोठारी के निवास पर भी पहुँचे।
मंत्री भदौरिया ने जिले की समीक्षा बैठक ले कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। मंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा की जिले में नल-जल योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन करें। किसी भी गांव में योजना क्रियान्वयन से पूर्व जल उपलब्धता सुनिश्चित करें। योजना कार्य में उखडी सड़कों को ठेकेदार से ठीक करवाएं, नहीं करने पर उसका पेमेंट रोकें।
मौत के आँकड़े क्यो छुपाए जा रहे हैं – हर्षविजय गेहलोत
सैलाना से कांग्रेस विधायक हर्षविजय गहलोत ने समीक्षा बैठक के दौरान ही तीखे प्रश्न कर दिए। दरअसल विधायक गेहलोत इस बात से नाराज थे की प्रभारी मंत्री द्वारा ली जानी वाली बैठक गुरुवार दोपहर 12.30 बजे तय की गई। इसमें शामिल होने वाले विधायकों व अन्य जनप्रतिनिधियों को सुबह 10 बजे मोबाइल पर पीडीएफ डालकर एजेंडा दिया गया। मात्र ढ़ाई घंटे में कोई भी विधायक या जनप्रतिनिधि कैसे एजेंडे को पढ़कर एन वक्त पर विकास को लेकर समीक्षा के लिए प्रस्ताव, सवाल या सुझाव रख सकता है। साथ ही बैठक में उन्होंने प्रभारी मंत्री से यह भी पूछ लिया कि सरकार क्यों केवल 365 लोगों की ही मौत का आंकड़ा बता रही है। जनप्रतिनिधियों को भी मृत्यु के आधिकारिक आंकड़े नहीं दिये जा रहे हैं। मौत के आंकड़े छुपाकर क्या साबित करना चाहते हैं? जब तक सच्चाई को स्वीकार नहीं किया जाएगा, तब तक सुधार कैसे लाया जा सकता है?
विधायक गहलोत ने किसानों के बीज बाजार में बेच देने की शिकायत भी मंत्री से की जिस पर मंत्री भदौरिया ने जांच का आश्वासन दिया।
शहर कांग्रेस ने भी घेरा :-
बैठक के बाद मंत्री जैसे ही बाहर निकले बाहर इंतज़ार कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने नारेबाजी शुरू करते हुए ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस ने शहर की प्रमुख समस्याओं जिसमे खराब सड़के, पेयजल व्यवस्था, के साथ ही मिनी स्मार्ट सिटी कार्य मे भ्रष्टाचार होने की जाँच करवाने की माँग भी रख़ी। इस दौरान शहर अध्यक्ष महेंद्र कटारिया, नेत्री यास्मीन शेरानी, सतीश पुरोहित, रजनीकांत व्यास, मीना बग्गा आदि उपस्थित रहे।
ABVP ने कहा जिला शिक्षा अधिकारी को हटाओ :-
प्रभारी मंत्री भाजपा कार्यालय पहुंचने के बाद विद्यार्थी परिषद के कार्यालय भी पहुंचे। जहाँ पर परिषद के पदाधिकारियों ने मंत्री भदौरिया से चर्चा करते हुए वर्तमान जिला शिक्षा अधिकारी को हटाने की मांग की है। साथ ही। आदिम जाति कल्याण विभाग में सहायक आयुक्त की नियुक्ति, छात्रवत्ति जैसी अन्य समस्याओं से अवगत करवाया। इस मौके पर जिला संयोजक कृष्णा डिंडोर, अनुज पोरवाल, सुरभि रावल आदि उपस्थित थे।
प्रेस वार्ता में दिया बड़ा बयान :-
दिन भर के कार्यक्रमों के आखिर में मंत्री जी की प्रेसवार्ता का आयोजन हुआ। पत्रकारो से चर्चा में जब पूछा गया की जनसँख्या नियंत्रण कानून पर उनके क्या विचार है तथा क्या मध्यप्रदेश में इसे लाने की कोई तैय्यारी है? तो इस पर मंत्री भदौरिया ने कहा कि मध्यप्रदेश में इसकी कोई जरूरत नहीं है। एक तरह से यह बयान सुर्खियों में आ चुका है क्योंकि उत्तरप्रदेश में मंत्री जी की ही पार्टी की सरकार है।
मंत्री भदौरिया ने शहर को इंदौर के समकक्ष लाने की बात कही । मंत्री ने कहा की रतलाम को आने वाले समय में इंदौर की तरह विकसित करने का प्रयास है। बहरहाल रतलाम की लचर व्यवस्था को देखते हुए स्थिति ऐसी लगती नहीं है।