सतना नगर पलिक निगम में1989 में मास्टर रोल में भर्ती हुए थे दिनेश त्रिपाठी जिसका वेतनमान ₹510 था 1994 राजस्व निरीक्षक बनाया गया
सतना / इंडियामिक्स न्यूज़ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सतना नगर पलिक निगम में1989 में मास्टर रोल में भर्ती हुए थे दिनेश त्रिपाठी जिसका वेतनमान ₹510 था 1994 राजस्व निरीक्षक बनाया गया जब से आज दिनांक तक अगर इनकी प्रॉपर्टी की गणना की जाए अथाह संपत्ति बनाई गई है ।
10से 20 लाख की डिमांड ड्राफ्ट भेजे जाते हैं,सम्पत्ति कर में जिनकी राशि कम नहीं कि जा सकती लेकिन दिनेश त्रिपाठी द्वारा उस संपत्ति की डिमांड ड्राफ्ट कि राशि कम करके जमा की कर लेते हैं,जिसकी जांच की जाए,तो इनके द्वारा किए गए घोटाले सामने आ जायेगे।
इतना ही नई हद तो तब हो गई,जब अपने साथ-साथ अपने भांजे बृजेश तिवारी को एआरआई कि कुर्शी में बैठा दिया गया, और भांजा भी मामा राह पर चल पड़ा और नामांतरण करने के नाम पर 3000 से ₹5000 प्रति व्यक्ति से लिया जाता है।
जबकि एआरआई के पद पर सोनी जी पदस्त है, पर सारा काम भांजे बृजेश तिवारी देखते हैं। पर आज तक इन पर किसी की नजर नहीं पड़ी और सिंगरौली ट्रांसफर होने के बाद भी यह यहां से नहीं हटे और ट्रांसफर जुगाड़ लगाकर कैंसिल करा लिया गया।इससे यह पता चलता है ,की जुगाड़ भी पैसे के दम पर अच्छा खासा लगा लिया जाता है।