मध्यप्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की बैठक में कमलनाथ ने बताया महिला वोटर का महत्व, पार्टी में महिला कांग्रेस को मजबूत करने की जरूरत, 8 मार्च महिला दिवस पर होगा बड़ा अधिवेशन
भोपाल IMN, भारतीय राजनीति किस वक्त क्या मोड़ लेले यह कहा नहीं जा सकता। इसी कड़ी में अब समीकरण बदलते नज़र आ रहे हैं। पक्ष हो या विपक्ष अब महिलाओं की अहमियत बढ़ती जा रही है। प्रधानमंत्री के साइलेंट वोटर अब कांग्रेस को भी भा रहे है। इस पर आज बुधवार को प्रदेश महिला कांग्रेस की बैठक में पार्टी में महिला संगठन को मजबूती देने के निर्देश पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दीये।
महिलायें हार-जीत का कारण :-
शामिल होते हुए पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि “जिस-जिस प्रदेश में हम कमजोर हैं, वहां महिला संगठन भी कमजोर है। हम चुनाव जीतते भी महिलाओं के कारण हैं और हारते भी महिलाओं के कारण ही हैं ” राजनीति में महिलाओं की बढ़ती अहमियत पर कमलनाथ ने कहा कि “महिलाएं अब बहुत एक्टिव हैं, 10 साल पहले की राजनीति और आज की राजनीति बहुत बदल गई है।”
महिला कांग्रेस हो मजबूत यह जरूरी :-
कमलनाथ ने कहा कि आज महिला कांग्रेस को मजबूत करना जरूरी है। पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि आज महंगाई, बेरोजगारी से महिलाएं, किसान सभी परेशान हैं। बूथ स्तर पर महिलाओं को एक्टिव करें और मजबूत संगठन बनाएं।
पूर्व सीएम ने कहा कि हर विधानसभा के 50-60 गांवों में महिला कांग्रेस का मजबूत संगठन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा जैसी पार्टी से हमारा सामना है, जिसके पास धनबल, प्रशासनिक दबाव और संगठन है। ऐसे में हमें भी अपने संगठन को मजबूत करना होगा। कमलनाथ ने कहा कि “प्रशासन भी विधायकों से नहीं बल्कि महिलाओं से डरता है।”
भाजपा को रखा निशाने पर :-
कमलनाथ ने कहा कि भाजपा ध्यान मोड़ने की राजनीति करती है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि भाजपा की हकीकत महिलाओं को बताएं और उनसे सच्चाई का साथ देने की अपील करें। कांग्रेस को मजबूत करने के लिए महिला कांग्रेस का मजबूत होना जरूरी है। कमलनाथ ने आगामी 8 मार्च को महिला दिवस के मौके पर बड़ा महिला अधिवेशन करने का भी ऐलान किया है।
प्रदेश में महिला सुरक्षा पर उठाए सवाल :-
कमलनाथ ने कहा कि आज प्रदेश में महिला अपराधों में बढ़ोतरी हो रही है। आज बहन बेटियां सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं। अपने एक ट्वीट में भी कमलनाथ ने महिला सुरक्षा के मुद्दे पर लिखा कि “बहन-बेटियों को सुरक्षा देने में शिवराज सरकार पूरी तरह से नाकाम रही?” विधानसभा उपाध्यक्ष पद पर चुनाव को लेकर कमलनाथ ने कहा कि अभी इस पर कोई निर्णय नहीं हुआ है, बैठक कर इस पर निर्णय लिया जाएगा।