
न्यूज़ डेस्क/इंडियामिक्स दिल्ली विधानसभा चुनाव के शुरुआती रुझान सामने आने लगे हैं। मतगणना के आगाज के साथ ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) ज्यादातर सीटों पर आगे चल रही है। ऐसे में अगर बीजेपी दिल्ली में वापसी करती है तो 1998 के बाद पहली बार राजधानी में बीजेपी की सरकार बनेगी। अब सवाल यह है कि अगर बीजेपी जीतती है तो दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन बनेगा? इसके जवाब में 5 बड़े नाम सामने आ रहे हैं।
1. प्रवेश वर्मा
नई दिल्ली से अरविंद केजरीवाल को टक्कर देने वाले प्रवेश वर्मा भी शुरुआती रुझान में आगे चल रहे थे। ऐसे में अगर प्रवेश वर्मा केजरीवाल को हराने में कामयाब होते हैं तो वो सीएम पद के लिए एक मजबूत चेहरा हो सकते हैं। केजरीवाल को हराने के बदले बीजेपी उन्हें सीएम पद पर बिठाकर सबसे बड़ा तोहफा दे सकती है।
2. वीरेंद्र सचदेवा
दिल्ली में बीजेपी के अध्यक्ष रवींद्र सचदेवा का नाम भी सीएम पद की रेस में शामिल है। रवींद्र सचदेवा के नेतृत्व में ही बीजेपी ने दिल्ली में चुनाव लड़ा है। ऐसे में अगर दिल्ली मे बीजेपी जीतती है तो इसमें वीरेंद्र सचदेवा का बड़ा योगदान होगा। जाहिर है पार्टी के आलाकमान उन्हें पूरी तरह से दिल्ली की कमान सौंप सकते हैं।
3. स्मृति ईरानी
बीजेपी की पूर्व सांसद और स्टार प्रचारक रहीं स्मृति ईरानी की भी दिल्ली में वाइल्ड कार्ड एंट्री हो सकती है। लोकसभा चुनाव में अमेठी की सीट हारने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री रहीं स्मृति ईरानी के पास अभी कोई बड़ा पद नहीं है। ऐसे में स्मृति ईरानी को दिल्ली की बागडोर मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है।
4. मनजिंदर सिंह सिरसा
राजौरी गार्डन से बीजेपी के उम्मीदवार रहे मनजिंदर सिंह सिरसा का नाम भी सीएम पद की लिस्ट में शामिल है। दिल्ली से लेकर पंजाब तक मनजिंदर सिंह सिरसा का बोलबाला है। ऐसे में सिरसा को सीएम बनाकर बीजेपी न सिर्फ दिल्ली बल्कि पंजाब की राजनीति भी साध सकती है
5. दुष्यंत गौतम
दिल्ली की करोल बाग विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे दुष्यंत गौतम भी सीएम कैंडिडेट्स की लिस्ट में मौजूद हैं। करोल बाग को जहां दिल्ली की हॉट सीटों में गिना जाता है तो वहीं दुष्यंत गौतम दलित (एससी) उम्मीदवार हैं। ऐसे में उन्हें सीएम बनाकर बीजेपी दलितों को अपने पक्ष में करने की रणनीति बना सकती है।