देश के 63 प्रतिशत से ज्यादा कोरोना के सक्रिय मामले इन्हीं सात राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हैं. यहीं से कुल 65.5 प्रतिशत कुल कंफर्म केस और 77 प्रतिशत मौतें भी सामने आई हैं.
नई दिल्ली / इंडियामिक्स न्यूज़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 सितंबर को यानि कल कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित 7 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए मीटिंग करेंगे. इस उच्च स्तरीय वर्चुअल मीटिंग के जरिए पीएम अलग-अलग राज्यों में कोविड-19 की स्थिति, तैयारियों और प्रबंधन की समीक्षा करेंगे.
पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली इस वर्चुअल मीटिंग में महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्री शामिल होंगे.
बता दें कि देश के 63 प्रतिशत से ज्यादा कोविड-19 के सक्रिय मामले इन्हीं सात राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हैं. यहीं से कुल 65.5 प्रतिशत कुल कंफर्म केस और 77 प्रतिशत मौतें भी सामने आई हैं.
दूसरे पांच राज्यों के साथ पंजाब और दिल्ली में हाल में कोविड के मामले बढ़े हैं. महाराष्ट्र, पंजाब और दिल्ली में कोरोना से सीएफआर रेट भी 2.0 प्रतिशत तक बढ़ा है. पंजाब और उत्तर प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट नेशनल एवरेज 8.52%.से भी ज्यादा है.
केंद्र कोरोना के खिलाफ लड़ाई में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को प्रभावी ढंग से सहयोग कर रहा है और लगातार हर राज्य की स्थिति पर नजर बनाए हुए है.
केंद्र सरकार राज्यों को पूरा सहयोग दे रही है जिससे वे अपने यहां हेल्थकेयर और मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बना सकें. आईसीयू में तैनात डॉक्टरों की क्लीनिकल मैनेजमेंट क्षमता को बढ़ाने के लिए आईसीयू टेली कंसल्टेशन की व्यवस्था की गई है. ये काम स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, एम्स, नई दिल्ली के साथ मिलकर कर रहा है.
पीएम मोदी उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के जरिए अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन और कोविड हेल्थकेयर सुविधाओं को सुनिश्चित करेंगे.
केंद्र नियमित रूप से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मल्टी डिसीप्लीनरी टीमों को भी नियुक्त कर रहा है. जिससे पॉजिटिव मामलों को लेकर कंटेनेमेंट, सर्विलांस, टेस्टिंग और प्रभावी क्लीनिकल मैनेजमेंट में मदद मिल सके. केंद्र की ओर से भेजी गई टीम स्थानीय अथॉरिटीज को समय पर डायग्नोसिस और फॉलो अप से जुड़ी चुनौतियों को लेकर भी गाइड कर रही है.