वह (नवाब मलिक) एक प्रभावशाली शख्सियत हैं और ‘रावण’ की तरह हैं- 10 हाथ, 10 मुंह, पैसा, कुछ भी कर सकते हैं
मुंबई/इंडियामिक्स एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने बुधवार को कहा कि मैं दलित हूं, मेरे दादा, परदादा सब हिंदू हैं तो बेटा कहां से मुस्लिम हो गया? ये उन्हें (नवाब मलिक) समझना चाहिए। अगर नवाब मालिक ऐसे ही पीछे लगे तो हमें उन पर मानहानि का केस तो करना ही पड़ेगा। जब से उसका दामाद ड्रग मामले में गिरफ्तार हुआ है, वह हमें निशाना बना रहा है। हम जीवन के खतरों का सामना करते हैं।
वह (नवाब मलिक) एक प्रभावशाली शख्सियत हैं और ‘रावण’ की तरह हैं- 10 हाथ, 10 मुंह, पैसा, कुछ भी कर सकते हैं। नवाब मलिक ने मंगलवार को कहा था कि मेरे पास सभी विश्वसनीय दस्तावेज हैं, जो साबित करते हैं कि समीर वानखेड़े का जन्म एक मुस्लिम परिवार में हुआ, लेकिन उन्होंने जाली पहचानपत्र बनाया और अनुसूचित जाति वर्ग के तहत नौकरी पाई। कानून के अनुसार, इस्लाम धर्म अपनाने वाले दलितों को आरक्षण का लाभ नहीं मिलता। अत: समीर वानखेड़े ने अनुसूचित जाति के एक योग्य व्यक्ति के नौकरी का अवसर छीन लिया।
समीर वानखेड़े की पत्नी ने कही ये बात
वहीं, समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर वानखेड़े ने कहा कि समीर वानखेड़े को पता था कि वो हिंदू हैं और उन्हें स्पेशल मैरिज एक्ट में शादी करनी है और उन्होंने वो की। तो फर्जीवाड़ा कहां हुआ? समीर वानखेड़े ने अपनी जाति और धर्म के बारे में कभी झूठ नहीं बोला है। हमने कभी किसी बात से इनकार नहीं किया, लेकिन झूठ को बर्दाश्त नहीं कर सकते। हमारे पास कानूनी दस्तावेज हैं, यह कैसा जालसाजी है। यहां साफ लिखा है कि वह हिंदू है। इधर, महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने मंगलवार को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े पर गैरकानूनी तरीके से फोन टैप करने का आरोप लगाया।
कहा कि वह उनके ‘गलत कार्यों’ पर एक पत्र एजेंसी के प्रमुख को सौंपेंगे। मलिक ने कहा कि समीर वानखेड़े मुंबई और ठाणे के दो लोगों के जरिये कुछ लोगों के मोबाइल फोन पर गैरकानूनी तरीके से नजर रख रहे हैं। मलिक अपने दामाद की गिरफ्तारी के बाद से लगातार वानखेड़े पर निशाना साध रहे हैं।