न्यूज़ डेस्क/इंडियामिक्स प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान के लिए पहुंची भीड़ में भगदड़ मच गई. घटना में 17 लोगों की मौत हो गई. जबकि कई घायल हो गए. उन्हें स्वरूपरानी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना संगम तट पर मंगलवार-बुधवार की रात 1.30 बजे के आसपास की है. दरअसल, दूसरे शाही स्नान के लिए काफी संख्या में लोग संगम नोज पर मौजूद थे. इस दौरान अफवाह के चलते भगदड़ मच गई. महिला-पुरुष समेत तमाम लोग जमीन पर गिर गए. इसके बाद लोग उन्हें कुचलते हुए आगे बढ़ गए. इससे हालात बिगड़ गए. घटना में मरने वालों का सही आंकड़ा अभी सामने नहीं आ पाया है. संगम तट पर से एंबुलेंस के जरिए घायलों को अस्पताल ले जाया गया.
जबरदस्त भीड़ से बिगड़े हालात, संगम नोज पर बिखरे श्रद्धालुओं के सामान
मौनी अमावस्या पर (29 जनवरी) महाकुंभ के दूसरे शाही स्नान के लिए मंगलवार को भी करोड़ों लोगों की भीड़ पहुंच गई थी. काफी संख्या में लोग संगम नोज पर पहुंच गए थे. प्रशासन की ओर से कई बार एनाउंस भी किया गया. इसके बावजूद भीड़ नहीं हटी. जबरदस्त भीड़ के कारण हालात बिगड़ गए. जिसे जिस ओर जगह मिली, उसी ओर भाग खड़ा हुआ. इससे लोगों के चप्पल-जूते-बैग आदि वहीं छूट गए.
घंटों पड़े रहे शव, कई जगहों पर मृत मिले श्रद्धालु, मची रही चीख-पुकार
भगदड़ मचने के बाद कई शव मौके पर ही घंटों तक पड़े रहे. संगम नोज पर जगह-जगह श्रद्धालु मृत. भीड़ में लोग अपनों को तलाशते रहे. जिनके अपनों की मौत हुई है, वे चीखते-चिल्लाते रहे. वहीं PM मोदी ने CM योगी से बातकर घटना की जानकारी ली.
विशेष कार्याधिकारी बोलीं- बैरियर टूटने से बिगड़े हालात
भगदड़ पर विशेष कार्याधिकारी कुंभ मेला प्राधिकरण अकांक्षा राणा ने कहा कि संगम नोज पर बैरियर टूटने के बाद भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. इस घटना में कुछ लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है. कोई भी गंभीर नहीं है .
अफवाह के कारण मची भगदड़, NSG कमांडो की तैनाती, लोगों को महाकुंभ आने से रोक रहे अधिकारी
मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि अफवाह के कारण भगदड़ मची. इसमें कई लोगों की जान चली गई. जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गई. प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है. वहीं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने आज के शाही स्नान को रद्द करने का फैसला लिया है. घटना के बाद संगम तट पर NSG कमांडो की तैनाती कर दी गई है. वहीं आम लोगों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है. सीमा वाले पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों की तैनाती कर दी गई है. अब लोगों को महाकुंभ में आने से रोका जा रहा है.