राष्ट्रीय रक्त संचरण परिषद (एनबीटीसी) के आदेश में बतायी गयी यह जरूरी बात, वैक्सीनेशन के बाद रक्त की किल्लत ना हो इसलिए संस्थाएँ कर रही रक्तदान का आव्हान, जानिए क्यों है ऐसा –
इंडियामिक्स न्यूज़ नेटवर्क : भारत सहित विश्वभर में कोरोना महामारी से लड़ने के लिए कोरोना का टीकाकरण किया जा रहा है। ऐसे में भारत सरकार द्वारा अब 18 वर्ष से अधिक युवाओ को भी वेक्सीन लगाए जाने की घोषणा के बाद से कईं समाज सेवी संस्थाओं व ब्लड बैंक द्वारा युवाओ से आग्रह करते हुए रक्तदान करवाया जा रहा है। आइए जानते हैं कि आख़िर ऐसा क्यों है और क्यो रक्तदान करना जरूरी है।
क्या कहती है NBTC की रिपोर्ट :-
लोगों के मन में एक सवाल यह भी आ रहा है कि क्या वैक्सीन लेने के बाद रक्तदान किया जा सकता है? इस बारे में राष्ट्रीय रक्त संचरण परिषद (एनबीटीसी) ने हाल में एक आदेश जारी किया है, आइए जानते हैं इस बारे में विशेषज्ञों की क्या राय है?
कब कर सकेंगे रक्तदान :-
एनबीटीसी के मुताबिक यदि आपने वैक्सीन ले ली है तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप सतर्कता बरतना छोड़ दें। 28 दिनों के अंतराल पर वैक्सीन की दो खुराक दी जाती है। टीके की दोनों खुराक लेने के 28 दिनों बाद ही रक्तदान किया जा सकता है। यानी कि यदि आपने अभी सिर्फ एक ही खुराक ली है तो फिर करीब 56 दिनों के बाद ही आपके लिए रक्तदान करना उपयोगी माना जा सकता है। रक्तदान लेने से पहले संबंधित चिकित्सकों को भी इस बात की पुष्टि कर लेनी चाहिए।
28 दिनों का इंतजार क्यों?
एनबीटीसी के विशेषज्ञों का कहना है कि टीके की दूसरी खुराक लेने के करीब 14 दिनों के बाद से शरीर में एंटीबॉडी का प्रभाव शुरू होता है। 28 दिनों से पहले किए गए रक्तदान का सामान्यरूप से असर नहीं होता है और इससे रक्त प्राप्त करने वाले को कोरोना से भी संभावित सुरक्षा भी नहीं मिल पाती है।
टीकाकरण के बाद रखे निम्न सावधानी :-
विशेषज्ञों का कहना है कि टीकाकरण के बाद आपको कुछ बातों पर विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता होती है। टीका लगवाने के बाद धूम्रपान और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा टीका लगवाने के बाद भी सतर्कता बरतने में किसी प्रकार की कोताही नहीं करनी चाहिए।