भारतीय ग्रैंडमास्टर डी. गुकेश ने सिंगापुर में हुए वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप 2024 के फाइनल में चीन के डिंग लिरेन को हराकर इतिहास रच दिया. 18 साल की उम्र में सबसे युवा चेस वर्ल्ड चैंपियन बनने वाले गुकेश की जीत पर अब विवाद खड़ा हो गया है.
रूसी चेस फेडरेशन के अध्यक्ष एंड्री फिलातेव ने डिंग लिरेन पर जान-बूझकर फाइनल हारने का आरोप लगाया है और इंटरनेशनल चेस फेडरेशन (FIDE) से जांच की मांग की है.
फाइनल में फिक्सिंग का आरोप ?
रूसी चेस फेडरेशन के अध्यक्ष एंड्री फिलातेव ने कहा कि फाइनल मुकाबले में डिंग लिरेन की चालें संदिग्ध थीं. उन्होंने दावा किया कि जिस स्थिति में डिंग थे, वहां से हारना किसी फर्स्ट क्लास खिलाड़ी के लिए मुश्किल था. उन्होंने कहा, “ऐसा प्रतीत होता है कि डिंग ने जान-बूझकर मुकाबला गंवाया. यह न केवल प्रोफेशनल खिलाड़ियों बल्कि चेस फैंस के लिए भी संतोषजनक नहीं है. FIDE को इस मामले की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए.”
गुकेश की ऐतिहासिक जीत
गुकेश और डिंग लिरेन के बीच 14 राउंड का मुकाबला हुआ, जिसमें शुरुआती 13 राउंड के बाद दोनों खिलाड़ी 2-2 की बराबरी पर थे, जबकि 9 मुकाबले ड्रॉ रहे. निर्णायक 14वें राउंड में गुकेश ने डिंग को 7.5-6.5 के अंतर से हराकर खिताब अपने नाम किया. यह जीत उन्हें वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप में विजेता बनने वाले भारत के दूसरे ग्रैंडमास्टर का दर्जा दिलाती है. इससे पहले यह उपलब्धि केवल विश्वनाथन आनंद ने हासिल की थी.
डिंग लिरेन के लिए बड़ा झटका
डिंग लिरेन पिछले साल वर्ल्ड चेस चैंपियन बने थे और इस बार खिताब बचाने के इरादे से उतरे थे. लेकिन फाइनल में गुकेश के खिलाफ हार ने न केवल उन्हें चैंपियनशिप से बाहर कर दिया बल्कि उनके खेल पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.
FIDE की भूमिका और आगे की जांच
FIDE ने अब तक इन आरोपों पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है. हालांकि, चेस जगत में यह मामला बड़ी चर्चा का विषय बन गया है. यह देखना होगा कि इन आरोपों पर FIDE क्या कदम उठाता है.