सोशल मीडिया पर दावा – शिरड़ी साईं बाबा ट्रस्ट ने धर्म के आधार पर भेद करते हुए राम मंदिर के निर्माण में सहयोग देने से मना कर दिया है, कितना सच कितना झूठ ?
इंडियामिक्स मीडिया नेटवर्क, सोशल मीडिया के कई प्लेटफॉर्म्स पर एक मैसेज तेजी से धर्म की धार में वायरल होता नजर आ रहा है। इस मैसेज में दावा किया गया है की शिर्डी के श्री साँई बाबा मंदिर ने अयोध्या में बन रहे भगवान श्री राम के मंदिर निर्माण हेतु यह कर राशि देने से मना कर दिया कि- वह हिन्दू संस्था नहीं है।
मगर क्या आपको पता है की यह महज एक फ़र्ज़ी मैसेज व अफ़वाह है। शिर्डी की मंदिर समिति ने उक्त सन्देश को गलत बताया व इसका खंडन किया है। साईं बाबा ट्रस्ट के CEO ने ऐसी किसी भी घटना से इनकार किया है।
श्री साईं बाबा संस्थान ट्रस्ट,शिरड़ी ट्रस्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी(CEO) अरुण किशोर डोंगरे ने ऐसे दावों को खारिज किया है, उन्होंने बताया- शिरड़ी साईं बाबा के दरबार में सभी धर्मों के लोग आस्था के साथ आते हैं यहां की व्यवस्था के संचालन के लिए ट्रस्ट बना है जो एक एक्ट के तहत काम करता है।कोई भी बड़ा डोनेशन या खर्च करने के लिए (50 लाख या ज़्यादा) हाई कोर्ट की इजाज़त लेनी होती है।
डोंगरे ने बताया कि राम मंदिर से जुड़ा कोई भी प्रपोज़ल उनके पास नहीं आया है। किसी भी तरह के दान/खर्च के लिए एक प्रपोज़ल कमिटी के सामने रखा जाता है। राम मंदिर निर्माण में सहयोग के लिए कोई भी प्रपोज़ल कभी रखा ही नहीं गया, तो फिर इस पर कोई फैसला होने जैसी कोई बात नहीं है। दूसरे धर्म का काम बताने जैसे दावे फर्ज़ी हैं, ऐसी कोई भी बात श्री साईं बाबा संस्थान ट्रस्ट, शिरड़ी की ओर से नहीं हुई है।
ये दावा दिसंबर 2019 में भी वायरल हुआ था। उस वक्त शिरड़ी साईं ट्रस्ट के CEO रहे दीपक मुगळीकर ने भी इस वायरल दावे को झूठा बताया था।