स्त्री ऋण दोष आपके पूर्व जन्मों में किये गए कर्मो से ही बनता है अगर आपने पत्नी को, माँ को या अन्य किसी स्त्री को प्रताड़ित किया था, या विवाह के बाद अन्य स्त्रियो से सबन्ध रखे थे
धर्म डेस्क IMN : स्त्री ऋण दोष आपके पूर्व जन्मों में किये गए कर्मो से ही बनता है अगर आपने पत्नी को, माँ को या अन्य किसी स्त्री को प्रताड़ित किया था, या विवाह के बाद अन्य स्त्रियो से सबन्ध रखे थे तो इस जन्म में आपको इस दोष का भागी होना पड़ेगा । इस दोष से ग्रसित जातक की स्थिति और खराब तब हो जाती है, जब कुंडली मे चन्द्र भी नीच का हो या पीड़ित हो, साथ ही शुक्र भी नीच का हो या पीड़ित हो या स्त्री ग्रह पाप ग्रहों से पीड़ित हो। ऐसी स्थिति में इंसान के जीवन में हर तरह की लक्ष्मी का अभाव हो जाता है।
स्त्री दोष से पीड़ित इंसान को माता का सुख भी नही मिलता है। ऐसे इंसान बचपन से ही बाहर पढ़ने चले जायेंगे बाद में नोकरी के चक्कर मे बाहर रहेंगे या घर पर रहने पर भी माँ बहनों का सुख नही मिलता है ।
स्त्री ऋणदोष होने पर वैवाहिक जीवन में कई तरह की परेशानियां आती हैं। इस दोष का शिकार पति की पत्नी सदैव उस पर शक करती रहती है। माना जाता है कि पति चाहे जितनी भी कोशिश कर ले उसे अपनी पत्नी से प्यार नहीं मिल पाता। साथ ही ऐसे पति-पत्नी के बीच बात-बात पर लड़ाई भी खूब होती है। मालूम हो कि स्त्री ऋणदोष होने पर व्यक्ति को पत्नी के अलावा मां, बहन और अन्य स्त्रियों से भी सम्मान नहीं मिलता।
स्त्री ऋणदोष दूर करने के लिए उपाय यह है कि आप स्त्रियों का सम्मान करना सीखिए। आप भूलकर भी किसी स्त्री का अनादर मत कीजिए भले ही वो एक पतित क्यो न हो, बल्कि किसी ऐसी स्त्री को सम्मान दीजिये जिसको समाज सम्मान नही देता। साथ ही किसी स्त्री की पीठ पीछे भी बुराई न करें। अन्य उपाय में 11 छोटी कन्याओं को रविवार के दिन भोजन कराये बच्चियों को भोजन में उड़द, सरसों और दूध से बनी मिठाई खिलाएं जबभी सम्भव हो तो किसी गरीब बच्ची की मदद अवश्य करे साथ ही माँ दुर्गा की आराधना करें, उनसे क्षमा मांगे। जब भी मौका मिले स्त्री पक्ष की मदद करे।