बाँदा जिले की पैलानी तहसील के खपटिहाकला में खदान संख्या 100/1 में आज ग्रामीण महिला व किसानों का विरोध, मौके पर पैमाइश को तहसीलदार ने बनाई जांच टीम लेकिन पहुंचे नहीं। एसडीएम पैलानी आज खपटिहाकला में किसी कार्यक्रम के तहत डीएम के साथ मौजूद थे लेकिन खदान स्थल पर नहीं गए।
बाँदा ( माया तिवारी ) – आप को बता दे की खपटिहाकला 100/1 में आज ग्रामीण महिला किसानों का विरोध,मौके पर पैमाइश को तहसीलदार ने बनाई जांच टीम लेकिन नहीं पहुंचे। एसडीएम पैलानी आज खपटिहाकला में किसी कार्यक्रम के तहत डीएम के साथ मौजूद थे लेकिन खदान स्थल पर नहीं गए। महिलाओं व पीड़ित किसानों जिनके खेत मे अवैध खनन हुआ उनका कहना है जबतक खदान का सीमांकन और किसानों की खेती अलग नहीं होती क्रमिक धरना जारी रहेगा। महूटा पर कार्यवाही लेकिन 100/1 पर कृपा।
अवैध खनन के तालाब जैसे गड्ढे पूरते पट्टेधारक के पोकलैंड चालक मौके खेतिहर किसानों के साथ मौजूद अन्य क्षेत्रीय महिला किसान। कुछ दिनों पहले 12 फरवरी को तहसीलदार द्वारा बीते दिन गठित टीम को जाना था पैमाइश के लिए,टीम के नहीं आने से आक्रोशित महिला किसान। स्वर्गीय बद्रीविशाल पुत्र परागीलाल के परिजन मौके पर उपस्थित।
उल्लेखनीय है महिलाओं के सामने ही प्रतिबंधित पोकलैंड अवैध खनन के बड़े गड्ढे भरने का काम कर रही है। उधर एसडीएम को महिलाओं ने किया फोन तो उत्तर दिया मैं कल होकर आया था…जांच टीम के नही आने के सवाल पर मौन एसडीएम पैलानी।
सूचनाधिकार में नदी की जलधारा व नदी में पोकलैंड से खनन की अनुमति नहीं है और पर्यावरण अनापत्ति प्रमाणपत्र के मुताबिक 40 ग में निर्दिष्ट नियम मुताबिक लोडिंग-अनलोडिंग की मशीन से अनुमति है लेकिन खनिज एक्ट के नियम 41 ज विपरीत आज मौके पर पोकलैंड अवैध खनन के गड्ढे भर रही है इस पर क्या कार्यवाही करेगा प्रशासन ? एसडीएम व तहसीलदार के ढुलमुल रवैये से पैलानी में खदान संचालकों के मनोबल अवैध खनन पर चर्मोत्कर्ष पर आसीन।
ग्रामीण महिलाओं ने खदान में शुरू किया क्रमिक धरना। किसानों की खदान पैमाइश व खेतों से अवैध खनन,नदी में पोकलैंड बन्द करवाने की मांग। गौरतलब है पैलानी डार्क जोन व क्रिटिकल एरिया है बावजूद इसके इस स्तर पर केन नदी में संघठित उत्खनन अपराध खदान संचालन की आड़ में किया जा रहा है।