आठ वामपंथी और दो कांग्रेस छात्र तथा युवा संगठनों के नेतृत्व में सचिवालय घेराव किया गया।
कोलकाता IMN : खाद्य सुरक्षा, शिक्षा, रोजगार समेत विभिन्न मांगों को लेकर आठ वामपंथी छात्र और युवा संगठनों की ओर से गुरुवार को सचिवालय घेराव अभियान के दौरान पुलिस के साथ जमकर टकराव हुआ है। गुरुवार दोपहर के समय कड़ी सुरक्षा को चकमा देकर माकपा विधायक तथा छात्र नेता इब्राहिम अली अपने समर्थकों के साथ सचिवालय के सामने जा पहुंचे और विरोध प्रदर्शन तथा नारेबाजी करने लगे। हालांकि वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने तत्काल सक्रियता दिखाई तथा अब्राहिम अली सहित पांच लोगों को घसीटते हुए ले जाकर पुलिस वैन में डाला । गिरफ्तारी के दौरान ये सारे लोग ममता बनर्जी के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर रहे थे।
दरअसल पूर्व घोषित योजना के मुताबिक आठ वामपंथी और दो कांग्रेस छात्र तथा युवा संगठनों के नेतृत्व में सचिवालय घेराव किया गया। इसके लिए दोपहर करीब एक बजे सचिवालय के आसपास से बड़ी संख्या में युवा और छात्र एकत्रित होकर नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने इस अभियान को अनुमति नहीं दी थी इसलिए पहले से ही सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी।
गुरुवार को हावड़ा और सियालदह से दो बड़ी रैलियां निकाली गईं, जो सचिवालय की ओर बढ़ रहे थे। उधर अचानक पाशकुड़ा के माकपा विधायक इब्राहिम अली अपने समर्थकों को लेकर सचिवालय के सामने विरोध प्रदर्शन करने लगे। वह नारेबाजी कर रहे थे कि ममता बनर्जी की सरकार की विदाई का समय आ गया है।
माकपा का दावा है कि उनके कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बलपूर्वक गिरफ्तार किया है। आरोप है कि शांतिपूर्वक तरीके से सचिवालय की ओर बढ़ रहे छात्रों और युवाओं को पुलिस ने लाठियों से पीटा है। विशेषज्ञों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले शक्ति प्रदर्शन के लिए माकपा और कांग्रेस ने संयुक्त रूप से सचिवालय घेराव की योजना बनाई थी। हालांकि पुलिस की सख्ती के चलते उन्हें बहुत अधिक कामयाबी नहीं मिली।