ऑफिस कर्मचारी और उसकी मां निकले मास्टरमाइंड छह गिरफ्तार
जयपुर IMN : कोतवाली इलाके में कुत्तों का रास्ता स्थित हवाला कारोबारी के ऑफिस में हथियार की नोक पर कर्मचारी को बंधक बनाकर 3 मिनट में 45 लाख रुपए लूटने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए रविवार को कोतवाली थाना पुलिस डीएसटी व सीएसटी टीमों ने एक महिला सहित छह बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। लूट वाले ऑफिस में काम करने वाला कर्मचारी प्रियांशु भी गिरोह का सदस्य निकला। बदमाशों में दोनों भाई व मां शामिल है गिरफ्तार आरोपी प्रियांशु शर्मा उर्फ बंटी वहसा शर्मा गुजरात के पाटन हाल चित्रकूट वैशाली नगर भाई रवि शर्मा हनुमान सहाय बंद कर केशोपुरा भांकरोटा, मोहित कुमार गोविंद नगर डीसीएम व पार्थ व्यास गुजरात के पाटन के रहने वाले हैं।
लूटे गए ₹45 लाख बरामद
पुलिस ने लूटे गए 45 लाख रुपए बरामद कर लिए। डीसीपी नॉर्थ परिसदेशमुख ने बताया किपीड़ित गुजरात के पाटन निवासी रोहित कुमार ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कोठे टो का रास्ता में के डी एम इंटरप्राइजेज में उनका साला पाथव कर्मचारी प्रियांशु उर्फ बंटी काम कर रहे थे। 10 मार्च को दोपहर में एक हेलमेट लगाया युवक आया जिसने हथियार दिखाकर 45 लाख से भरा बैग लेकर भाग गए। बदमाश ने सेलो टेप से दोनों कर्मचारियों के हाथ बांध दिए। पुलिस ने एडिशनल डीसीपी धर्मेंद्र सागर, सुलेश चौधरी एसीपी कल्पना बर्मा, इस्पेक्टर विक्रम सिंह, मुकेश खारडिया, रविंद्र प्रताप सिंह, जयप्रकाश, एसआई कमलेश, सीएसटी सदस्य कमलेश, राजेश द्वारका, महिपाल सिंह व गिरधारी की स्पेशल टीम का गठन किया था।
ऐसे पकड़ में आए बदमाश जूतों को छुपाया
वारदात के बाद बदमाश पैदल किशनपोल बाजार पहुंचा, जॉन से ऑटो लेकर अजमेरी गेट होते हुए अहिंसा सर्किल पहुंच गया, जहां से बस में बैठकर गवर्नमेंट हॉस्टल, प्रेस चौराहाव बस बदलकर अजमेर पुलिया पहुंच गया। उसके बाद पुलिस टीम ने ऑटो चालक बस ड्राइवर व कंडक्ट रोहिताश करके बैग लेकर भागने वाले बदमाश पार्थ व्यास की पहचान की
1 वारदात के बाद मीडिया पर जैसे ही बदमाश के जूतों का मेक सामने आया तो बदमाश ने जूते निकाल कर गायब कर दिए।
2 जोश नजदीक पहुंची तो हसाअपने कुत्ते को मालवीय नगर किसी के पास छोड़ने की तैयारी कर रही थी तब तक पुलिस पहुंच गई।
3हसानई राष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक एवं मानव अधिकारी संस्था के फर्जी कार्ड बना रखे थे।
प्रियांशु पर टिकी रही शक की सुई
वारदात के दौरान बदमाश ने ऐसे ही सेलो टेप निकाल कर आपस में हाथ बांधने के लिए बोला तो प्रियांशु ने तुरंत ही साथी पार्थ के हाथ बांध दिए और बदमाश के भागने के बाद लोगों को गुमराह करके पुलिस को समय पर सूचना नहीं दी। केडीएम इंटरप्राइजेज का मालिक के प्रियांशु के मामा लगते हैं। इसलिए प्रियांशु ने योजना बनाई थी इस तरह की लूट होने पर मामा रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाएगा। योजना बनाकर पार्थ को लूट के लिए तैयार किया।
सभी बदमाश आपस में रिश्तेदार, लूट के बाद गुजरात पहुंचे
डीसीपी क्राइम दिगत आनंद ने बताया कि सभी बदमाश आपस में रिश्तेदार हैं। गिरोह की सरगना हसाव उसका बेटा प्रियांशु है। हसा कॉपर टी ठेकेदारी का काम करता था। काम बंद होने के बाद मार्केट का कर्जा हो गया और प्लेट के लोन की किस्ते बढ़ गई। ऐसे में प्रियांशु ने अपने रिश्तेदार के ऑफिस में रोहित के अधीन नौकरी करनी शुरू कर दी। पास वाले ऑफिस में ही करीब डेढ़ साल पहले पार्थ नौकरी करता था। दोनों ने मिलकर लूट की योजना बनाई।बैग लूटने के बाद अजमेर पुरिया पहुंचा तो पार्थ को लेने के लिए प्रियांशु की मां हसा, दोस्त मोहित व ड्राइवर हनुमान कार से लेने के लिए आए थे। जिन्होंने घर जाकर पैसे बटवारा करने के बाद 22.5 लाख रुपए लेकर पार्थ 200 फीट से बस में बैठकर गुजरात पहुंच गया।