जयपुर,रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार दोसा के तत्कालीन एसपी मनीष अग्रवाल को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो एसीबी ने बुधवार को अदालत में पेश किया
जयपुर– रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार दोसा के तत्कालीन एसपी मनीष अग्रवाल को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो एसीबी ने बुधवार को अदालत में पेश किया. एसीबी ने एसपी से रिश्वत की राशि रिकवर करने के लिए रिमांड मांगा इस दौरान ऐसी भी और अग्रवाल के वकील के बीच तीखी बहस भी हुई दोनों पक्षों की दलील पूरी होने के बाद न्यायधीश ने मनीष अग्रवाल को 2 दिन के रिमांड पर सौंप दिया। इस दौरान अग्रवाल कोर्ट में सिर झुकाए खड़े रहे.
एसीबी के वकील ने कहा
आरोपी अग्रवाल पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा है हर बात को घुमाने की कोशिश करता है, गवाह ने अपने 164के बयान में एसीपी को पैसा देने की बात कही है, आईपीएस भूपेंद्र सिंह ने डीजीपी पद पर रहते हुए मनीष को डीईओ पत्र लिखा था जिसमें बताया कि अग्रवाल का व्यवहार एक आईपीएस अधिकारी लायक नहीं है.
आई पी एस अग्रवाल के वकील ने कहा
एफ आई आर में लेने देने का अधिकार नहीं है मनीष अग्रवाल के पास डीलिंग करने अमित पाठक आता है जो ट्रैप होने वाले दोनों एसडीएम की डीलिंग भी करता है. गवाह के 164 के बयान करवा लिए क्या ए सीवी को आज की तारीख में गवाह पर विश्वास नहीं जो उनके 164 के बयान कराए। एस एच ओ से पैसे मांगने का आरोप लगाते हैं लेकिन अभी तक किसी एस एच ओ का मुकदमा नहीं है नई एफ आई आर दर्ज कर ली तो मैं दिखा दे. रिश्वत की राशि बरामद करनी है तो सुप्रीम कोर्ट से सांप निर्देशक हैं कि रकम रिकवरी कोई सीजन नहीं है कस्टडी में लेने का। आगे से ऐसा हुआ तो अग्रवाल की एसीआर में भी इसका उल्लेख किया जा सकता है.
5,, गहनपूछताछ के बाद ही रकम की रिकवरी करनी है जिसके लिए रिमांड दिया जाना चाहिए