पुलिस की मुस्तैदी सवालिया ,खो, देख कर भाग जाते हैं शातिर अपराधी सुरक्षा दावों की निकाली हवा
जयपुर / इंडियामिक्स न्यूज़ राजधानी मैं गंभीर अपराधों में बदमाशों की धरपकड़ करने के लिए पुलिस ने त्रिस्तरीय सुरक्षा दावों की हवा निकाल निकलती नजर आ रही है शहर में एक के बाद एक अपराधी पुलिस को खो खो के खेल की तरह को देखकर भागने में सफल हो रहे हैं वहीं पुलिस उन्हें पुख्ता सूचना जाब्ता नाकाबंदी समेत तमाम व्यवस्थाओं के दबोच नहीं पा रही। ऐसे में पुलिस की पकड़ पर सवालिया निशान उठना शुरू हो गया है
त्रिस्तरीय सुरक्षा को बता रहे धता
ए श्रेणी – मुख्य मार्गों पर होती है और इसमें एसएचओ में हथियारों से लैस जवानों के साथ तैनात होते हैं बिना सच के किसी भी वाहन को नहीं निकले निकलने दिया जाता है यह गंभीर वारदात होने पर लगाई जाती है,
बी श्रेणी – हेड कांस्टेबल से उप निदेशक स्तर तक का एक अधिकारी और जवान तैनात होते हैं इसमें पुलिस के पास हथियार नहीं होते और यह मुख्य मार्ग में गलियों में होती है लूट व अन्य वारदात होने पर लगाई जाती है
सी श्रेणी – हेड कांस्टेबल से उप निदेशक स्तर का एक अधिकारी व जवान तैनात होते हैं यहरूटीन नाकाबंदी होती है इसमें मोटर व्हीकल एक्ट चोर व अन्य संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जाती है
24 घंटे नाकाबंदी के दावे
कमिश्नर पुलिस वर्तमान में रोज दिन में करीब 82, शाम 120 और रात्रि में 90 स्थानों पर नाकाबंदी करने के दावे करती है इसके बावजूद अपराधी पकड़ में नहीं आ रहे।
केस 1
आदर्श नगर शमशान में कई मामलों का वारंट पुलिस की आंखों के आगे भाग निकला। ना ही पुलिस पीछा कर सकी और ना ही उसकी घेराबंदी करवा कर पकड़ सकी
केस 2
मवाना में बिल्डर पर धुआंधार फायरिंग करने वाले बदमाशों की तुरंत सूचना मिली इसके बावजूद उक्त।बदमाश बजाज कुछ घंटे बाद बजाज नगर में कार चालक को बंधक बना बाहर ले गए।
केस 3
श्याम नगर में आपसी विवाद पर हिस्ट्रीशीटर फायरिंग करते हुए एक व्यक्ति का पीछा करते हॉस्पिटल में घुस गए और व्यक्ति से मारपीट कर भाग गए उसकी भी तुरंत सूचना मिली लेकिन बदमाश बचकर भाग गए।