राजस्थान में बारिश, शत्रु, संपतिया, तेरा के निपटारे की सिफारिश, अजमेर में दो भीलवाड़ा में चार और जोधपुर में 16 संपत्ति
जयपुर / इंडियामिक्स न्यूज़ बंटवारे और युद्ध के बाद पाकिस्तान चले गए लोगों की भारत में 12000 से ज्यादा संपत्ति, शत्रु संपत्ति, है जिसमें से 22 राजस्थान में है जिनमें 13 संपत्तियों की स्थिति साफ हो चुकी है गृह मंत्रालय की सूची के आधार पर गृहमंत्री की अध्यक्षता में गठित मंत्रियों के समूह ने फिलहाल 9406 संपत्तियों के निपटारे की सिफारिश की है
राजस्थान में अजमेर, जोधपुर और भीलवाड़ा में ऐसी संपत्ति है भीलवाड़ा के जहाजपुर इलाके में एक ही नाम से 4 संपत्तियां हैं इनमें एक मकान, तीन जमीनें हैं जोधपुर में 16 संपत्तियों में से 6 पीपाड़ में जामा मस्जिद के पास 10 कबूतरी रंगरेज इलाके में है दोनों जगह 11 प्रॉपर्टी शॉप है और पांच जगह फोटो स्टूडियो साहब से अजमेर में 2 संपत्तियां है हालांकि ज्यादातर संपत्ति पर कब्जा है गिने चुने जाने पर काम चल रहा है
यह होती है शत्रु संपत्ति
यह संपत्ति अधिनियम 1968के अनुशासित और संपत्तियों का मतलब यह संपत्ति से है जिन का मालिकाना हक किया प्रबंधन ऐसे लोगों के पास था जो बंटवारा के समय भारत से चले गए यानी कि उन लोगों की संपत्तियां हैं जो बंटवारे के बाद पाकिस्तान चले गए या1962 कि भारत चीन युद्ध के बाद चीन चले गए पाकिस्तानी नागरिकों की ऐसी12426 जबकि चीनी नागरिकों द्वारा 126 संपत्ति आया छोड़ी गई है
यहा 22 मैं से 13 पर नजर है
07 का मूल्यांकन किया जा चुका है राजस्थान में 22 शत्रु संपत्ति में से
06 संपत्ति या अतिक्रमणकारियों के कब्जे में है
13 13 संपत्तियां पूरी तरह से चिन्हित की जा चुकी है
हालांकि संपदा विभाग कष्ट रेडियन संपत्ति की संख्या और ज्यादा होने का दावा कर रहा है जयपुर के फुलेरा में ऐसी भूमि संपत्ति है लेकिन गृह मंत्रालय की सूची में नहीं है,,
राज्यों को इस्तेमाल की अनुमति
केंद्र सरकार शत्रु शत्रु संपत्तियों के सार्वजनिक इस्तेमाल की अनुमति राज सरकारों को पहले ही दे चुकी है गृह मंत्रालय की ओर से जारी एक अधिसूचना के अनुसार शत्रु संपत्ति आदेश, 2018 के निस्तारण के लिए दिशानिर्देशों को के संशोधन किया जा चुका है इससे राज्य सरकारी शत्रु संपत्तियों का इस्तेमाल खास तौर पर सार्वजनिक इस्तेमाल के लिए कर सकती है