फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
जोधपुर/इंडियामिक्स जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट में टीचर से परेशान नाबालिग लड़की ने सुसाइड कर लिया। उसने सल्फास की गोलियां खाई थी। इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। परिजनों ने प्राइवेट स्कूल टीचर के खिलाफ बेटी को मिलने के लिए दबाव बनाने और धमकी देने का मामला दर्ज करवाया था।
इधर नाबालिग के सुसाइड करने के मामले में सामने आया कि स्कूल का टीचर उसे बात करने के लिए दबाव बनाता था। बात नहीं करने पर उसे नंबर कम देने की धमकी भी देता था। उसके चलते नाबालिग परेशान भी थी। परिजनों का आरोप है कि इसी वजह से उसने सुसाइड कर लिया। हालांकि इस पूरे मामले में जांच का हवाला देकर पुलिस खुलकर कुछ भी बताने से बच रही है।
नाबालिग बोर्ड एग्जाम की कक्षा में पढ़ती थी। उसी की कक्षा में पढ़ाने के लिए आने वाला टीचर उसे बात करने के लिए परेशान कर रहा था। पिछले कुछ माह से ये सिलिसला जारी था। इसी के चलते नाबालिग परेशान थी। परिजनों का आरोप है कि टीचर की धमकियां मिलने के चलते परेशान होकर उसने सल्फास की गोलियां खा ली। हॉस्पिटल में इलाज के दौरान उसने इसको लेकर जानकारी दी थी। जिसमें बताया कि उसे स्कूल का सब्जेक्ट टीचर बात करने के लिए दबाव बना रहा था।
इधर इस पूरे मामले को लेकर थानाधिकारी देवीचंद ढाका ने बताया कि परिजनों के आरोपों पर मामला दर्ज किया गया है। परिजनों का आरोप है कि नाबालिग को स्कूल का टीचर बात करने के लिए दबाव बनाया करता था। उससे बात नहीं करने पर कॉपी में नंबर कम देने की धमकी देता था। इसको लेकर नाबालिग परेशान थी। हालांकि टीचर कौनसी सब्जेक्ट की क्लास लेता था इसको लेकर कोई जानकारी नहीं है। इस मामले में अभी तक आरोपी टीचर की गिरफ्तारी नहीं की गई है। वहीं मामले को लेकर जांच जारी है। इसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
इसके बावजूद आरोपी नहीं माना। परेशान होकर बेटी ने 5 दिसंबर को सल्फास की गोलियां खा ली। उसे हॉस्पिटल लेकर आए लेकिन इलाज के दौरान मौत हो गई।